झाबुआ

हरियाली अमावस पर अंकुरम हुआ हरा भरा छात्रों को करवाया नक्षत्र वाटिका का भ्रमण

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झाबुआ — हरियाली अमावस्या पर अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल में ग्रीन डे धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय के सभी छात्र व शिक्षक हरे वस्त्र से सुसज्जित थे ।कक्षा प्री नर्सरी से कक्षा दूसरी तक के छात्र अपने साथ हरे रंग की वस्तु और अपने टिफिन में हरी सब्जी लाए थे। पूरे विद्यालय में हरियाली दिख रही थी l प्रातः कालीन प्रार्थना सभा में शिक्षिका श्रीमती राखी भावसार द्वारा छात्रों को हरियाली अमावस्या और वृक्षों का महत्व समझाया ।

उन्होंने बताया कि वृक्ष हमारे लिए बहुत उपयोगी है। इसलिए हमें वृक्ष लगाना चाहिए और उनकी देखभाल करना चाहिए। कक्षा प्री नर्सरी से कक्षा दूसरी तक के छात्रों को वर्कशीट में चित्र में हरा रंग करवाया गया ।ताकि बच्चे हरे रंग को अच्छे से समझ सके। कक्षा तीसरी से कक्षा आठवीं तक के छात्रों को मातंगी धाम झाबुआ स्थित नक्षत्र वाटिका का भ्रमण करवाया गया। मातंगी धाम स्थित नक्षत्र वाटिका भारत की दूसरी और मध्य प्रदेश की एकमात्र नक्षत्र वाटिका है ,जहां पर विभिन्न प्रकार के नक्षत्र के अनुसार औषधीय पौधे लगाए गए हैं। नक्षत्र वाटिका की संपूर्ण जानकारी पंडित हिमांशु शुक्ला और पंडित विशाल त्रिवेदीजी ने दी। उन्होंने बताया कि विभिन्न वातावरण वाले पौधों को यहां पर सहज योग के द्वारा रोपण कर उनकी देखरेख कर उन्हें बड़ा किया गया ।

उन्होंने छात्रों को सभी पौधों के बारे में विस्तृत से बताया । छात्र बहुत ही उत्साहित नजर आ रहे थे और बड़े ध्यान से पौधों और वृक्षों को देख कर उन्हें समझ रहे थे। श्री शुक्ला जी ने बताया कि नक्षत्र स्कंध में कुल 27 नक्षत्र हमारे ग्रंथ नारद संहिता में वनस्पति और नक्षत्र के बारे में बताया गया है जिसके आधार पर यहां पर पौधे लगे हैं ।यहां पर गूगल, सिंदूर, शमी, आंवला, पलाश ,महुआ, रुद्राक्ष, नाग केसर, चंदन, अर्जुन, पारस पीपल आदि के दुर्लभ पौधे लगाए गए हैं ।उनकी निरंतर देखरेख की जा रही है ।नक्षत्र वाटिका के भ्रमण से छात्रों को विभिन्न पेड़-पौधों और नक्षत्र के बारे में अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई ।इस अवसर पर डायरेक्टर लोकेश दवे , डॉ चारु लता दवे,प्राचार्य डॉ रितेश लिमये और सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

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