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महापौर श्री प्रहलाद पटेल ने बच्‍चों को विटामिन ‘ए’ का घोल पिलाकर दस्‍तक अभियान का शुभारंभ किया

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महापौर श्री प्रहलाद पटेल ने बच्चों को विटामिन ‘ए’ का घोल पिलाकर दस्तक अभियान का शुभारंभ किया
रतलाम –18 जुलाई 2023/ बाल चिकित्सालय रतलाम में दस्तक अभियान 18 जुलाई से 31 अगस्त का शुभारंभ महापौर श्री प्रहलाद पटेल , रोगी कल्याण समिति सदस्य श्री गोविंद काकानी एवं पार्षद श्रीमति हिना उत्सव मेहता ने बच्चों को विटामिन ए का घोल पिलाकर शुभारंभ किया। कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान रूद्राक्षी (चंदा) अभिषेक निवासी मीराकुटी , अनाईशा (फरीदा बी) मुबीन खान निवासी बीमा अस्पताल इंद्रा नगर, हसनैन (मुस्कान) शाहरूख निवासी खाचरौद को विटामिन ए का घोल पिलाया गया । सालय रतलाम में दस्तक अभियान 18 जुलाई से 31 अगस्त का शुभारंभ महापौर श्री प्रहलाद पटेल , रोगी कल्याण समिति सदस्य श्री गोविंद काकानी एवं पार्षद श्रीमति हिना उत्सव मेहता ने बच्चों को विटामिन ए का घोल पिलाकर शुभारंभ किया। कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान रूद्राक्षी (चंदा) अभिषेक निवासी मीराकुटी , अनाईशा (फरीदा बी) मुबीन खान निवासी बीमा अस्पताल इंद्रा नगर, हसनैन (मुस्कान) शाहरूख निवासी खाचरौद को विटामिन ए का घोल पिलाया गया ।
महापौर श्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि 0 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल एक महत्वपूर्ण अभियान है । बच्चे देश का भविष्य है उनको स्वस्थ रखना हमारा दायित्व है । बच्चों को प्रकृतिप्रेमी बनाए , बच्चों की देखभाल के समय व्यक्तिगत स्वच्छता के नियमों का पालन करें । उन्होंने कहा कि माननीय शहर विधायक श्री चैतन्य काश्यप जी बच्चों के कुपोषण से बचाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य कर रहे हैं । उनके द्वारा अनेक बच्चों को कुपोषण मुक्त किया गया है ।
श्री गोविंद काकानी ने कहा कि किसी भी बच्चे की स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में मृत्यु ना हो इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं । जिले के बाल चिकित्सालय में बच्चों के लिए स्वास्थ्य सुविधाऐं सहज उपलब्ध है । सिविल सर्जन डॉ. एम.एस. सागर ने बताया कि एमसीएच अस्पताल में एसएनसीयू एवं एनआरसी सहित बच्चों को सभी स्वास्थ्य सेवाऐं प्रदान की जा रही है । अभियान के दौरान समुदाय आधारित सेवाओं से बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सकेगी ।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान बाल्यकालीन बीमारियों की पहचान एवं प्रबंधन पर बल दिया जाएगा ताकि बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सके । प्रमुख गतिविधियों के अंतर्गत समुदाय में बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान प्रबंधन और रेफरल, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में शैशव और बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचान प्रबंधन और रेफरल, 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान प्रबंधन और रेफरल, 6 माह से 5 वर्ष के बच्चों में गंभीर अनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन , 9 माह से 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को विटामिन ए अनुपूरण, बाल्यकालीन दस्त रोग की पहचान एवं नियंत्रण हेतु ओआरएस एवं जिंक संबधी सामुदायिक जागरूकता एवं प्रत्येक घर में ओआरएस पहुचाना, बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों एवं वृद्वि विलंब की पहचान, समुचित शिशु एवं बाल आहर पूर्ति (स्तनपान व्यवहार) संबंधी समझाईश समुदाय को देना , एसएनसीयू एवं एनआरसी से छुटटी प्राप्त बच्चों में बीमारी की स्क्रीनिंग एवं फालोअप को प्रोत्साहन, गृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत एवं छूटे हुए बच्चों की टीकाकरण स्थिति की जानकारी लेना आदि मुख्य हैं ।
कार्यक्रम में डॉ. रवीन्द्र कुमार पाल, डॉ. वर्षा कुरील, डॉ. आर.सी. डामोर, डॉ. ए.पी. सिंह , डॉ. रितेश बजाज, डॉ. अजहर अली , श्री आशीष चौरसिया, सरला वर्मा, श्री सुरेश जोशी, श्री कमलेश मुवेल , डॉ. सोनू यादव, पारूल गुप्ता, श्री निलेश चौहान, श्री सैयद अली, पुष्पा दडिंग एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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