झाबुआ

पर्यावरण को बचाना है तो वृक्षारोपण है सबसे जरूरी, स्वच्छता का भी रखें ध्यान- महेन्द्र शर्मा वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा- अखिलेश मुलेवा गुड मार्निंग क्लब ने श्री मुलेवा के जन्म दिन का पर्यावरण सरंक्षण दिवस के रूप  में मनाया ।

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पर्यावरण को बचाना है तो वृक्षारोपण है सबसे जरूरी, स्वच्छता का भी रखें ध्यान- महेन्द्र शर्मा
वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा- अखिलेश मुलेवा
गुड मार्निंग क्लब ने श्री मुलेवा के जन्म दिन का पर्यावरण सरंक्षण दिवस के रूप  में मनाया ।

झाबुआ । जीवन की दृष्टि से पर्यावरण मानव के लिए सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जमीन तीनों उसके प्रमुख आधार हैं। विकास के मौजूदा मॉडल की विफलता यह कि जीवन के इन तीनों आधारों को प्रदूषण ने लील लिया है। यही वजह है आज देश की आबादी का बड़ा हिस्सा स्वच्छ व सुरक्षित पानी, शौचालय और शुद्ध हवा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से भी वंचित है। पर्यावरण पूरी तरह प्रदूषित हो रहा है। इस दिशा में समाज और सरकार को स्वच्छता और वृक्षारोपण को एक जनान्दोलन बनाने की तरफ सोचना होगा, जिसके लिए समाज की सहभागिता होना पहली और आवश्यक शर्त है। उक्त विचार स्थानीय चन्द्रशेखर आजाद महाविद्यालय झाबुआ के खेल मैदान पर प्रातः 7 बजे गुड मार्निंग क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए गुड मार्निंग क्लब के अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा ने व्यक्त किये ।
कालेज  मैदान पर प्रतिदिन क्लब के करीब 68 सदस्य उपस्थित रह कर मार्निग वाॅक , योगाभ्यास, प्राणायाम आदि का क्रम बनाये हुए है ।  बुधवार को क्लब के सक्रिय सदस्य एवं संरक्षक अखिलेश मुलेवा का जन्म दिन होने से क्लब के सभी सदस्यों ने उनका पुष्पमालाओं से स्वागत सम्मान किया तथा उन्हे जन्म दिन की बधाईया देते हुए सभी सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण एवं अधिक से अधिक पौधा रोपण करने का संकल्प लिया  तथा जन्म दिवस को पर्यावरण संरक्षण दिवस के रूप  में मनाया

 

इस अवसर पर अखिलेख मुलेवा ने भी पर्यावरण सरंक्षण एवं पौधारोपण के महत्व को सामयिक जरूरत बताते हुए ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए अधिक से अधिक वृक्षों के रोपण पर जोर देते हुए कहा कि सामुदायिक सहभागिता के जरिए पर्यावरण संरक्षण की संस्कृति विकसित करने की जरुरत है, इसके लिये जरुरी है, पहला स्वच्छता और दूसरा वृक्षारोपण को करना तथा रोपित किये गये पौधों को विकसित करना। पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अहम पहल है, क्योंकि जीवनदायनी ऑक्सीजन का एकमात्र स्त्रोत वृक्ष ही हैं। मानव जीवन वृक्षों पर ही निर्भर है। यदि वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा।श्री मुलेवा के आगे कहा कि असल संकट यही है कि विकास के आधुनिक मॉडल ने सब कुछ उजाड़ दिया है। जंगल ही थे जो जलवायु परिवर्तन के कुप्रभावों को कम करने की क्षमता रखते हैं, जिसके लिए वृक्षारोपण अभियान जारी रहना जरुरी है। इसी से जलवायु में सुधार संभव है। पेड़-पौधे प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से कार्बन-डाई आक्साइड को कम कर ऑक्सीजन देने में महती भूमिका में हैं। यह प्रक्रिया प्रकृति में संतुलन बनाए रखती है। जंगल ही हमें स्वच्छ जल और स्वस्थ मृदा के साथ-साथ स्वच्छ पर्यावरण भी प्रदान करने का आधार प्रदान करते हैं।उन्होने जन्म दिवस के अवसर पर सभी के प्र्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए गुड मार्निंग क्लब की समाजोन्मुखी भूमिका के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया ।
इस अवसर पर श्रीमती प्रफुल्ल शर्मा, महेन्द्र शर्मा, सीताराम डामोर, रेमसिंह डामोर, योगेन्द्र चैहान, भव्य जैन, राजवीर चैधरी, दिनेश पण्डया, पंकज साकी, पर्वतसिंह राठौर, कांतिलाल भूयिा, ठा. राजवीरसिंह, विजय चैधरी, महेश शाह, कमलेश शर्मा सहित बडी संख्या में सदस्यों ने श्री मुलेवा का स्वागत कर पर्यावरण संरक्षण के लिये  संकल्प लिया ।

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