रतलाम। किसानों की मंडी में किसान ही परेशान होते हैं, जिम्मेदार मुकदर्शक बन देखते है। बारिश तो किसानो ंके लिए जैसे मुसिबत बन जाती है। रतलाम कृषि उपज मंडी में किसानों के साथ खुलेआम लूटपाट की जा रही है, जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण किसान हताश-परेशान है।सैलाना बस स्टैंड लहसुन मंडी नीलामी के पूर्व ही उपज जिम्मेदारों के सामने खेरची व्यापारी औने-पौने दाम में खरीदकर किसानों को ठग रहे हैं। मंडी कार्यालय में बैठे जिम्मेदारों के सामने ***** खेल होता है, इस अनदेखी का खामियाजा मेहनत कर उपज पकाने वाला किसान भुगत रहा हैं।
नीलामी के बाद तौल और राशि बाहर
नीलामी के बाद तौल और राशि लेने के लिए बाहर तीन-चार किमी दूर व्यापारियों के गोदामों पर जाना जैसे मंडी का नियम बन चुका है। एक किलो तक वजन काट रहे कृषि उपज मंडी महू-नीमच रोड पर मंगलवार को किसान दिलीपसिंह चितावद, राहुल अमलियार ने बताया कि नीलामी के बाद तौल के दौरान 500 ग्राम के स्थान पर कांटे अधिक काट रहे हैं कि एक किलो तक वजन काटा जा रहा है। इसके अलावा तौल के दौरान उपज बिखेर दी जाती है कि अगर किसान एकत्र नहीं करे तो पांच-सात किलो अतिरिक्त चला जाता है। बारिश में उपज सुरक्षित रखने के लिए मंडी में स्थान नहीं है, क्योंकि प्लेटफार्म पर व्यापारियों ने कब्जा जमा रखा है। तेज बारिश में यहां वहां भटककर उपज को बचाना पड़ता है।
जिम्मेदारों का पता नहीं…
ग्राहक पंचायत मालवा प्रांत सहसचिव अनुराग लोखंडे ने बताया कि मंडी में तौल के नाम पर किसानों से लूटपाट मचा रखी है। 500 ग्राम के स्थान पर एक-डेढ़ किलो काट रहे हैं, अनाज ढोला अलग जा रहा है, इससे किसान परेशान है। मंगलवार को मंडी सचिव एमएस मुनिया को मोबाइल लगाकर समस्या बताई तो उन्होंने कहा कि मैं मिटींग में हंू, मंडी प्रांगण प्रभारी व्यास को पहुंचाता हूं, लेकिन वे भी मौके पर नहीं पहुंचे।
शिकायत आई थी…
कृषि उपज मंडी रतलाम सचिव एमएस मुनिया ने बताया कि सोयाबीन में लेट तौल की शिकायत आई थी, पानी गिरने के कारण सभी शेड में तौल कर रहे हैं तो देरी हो रही है, जो भी बिखरती है, तौलते भी है। मैं दिखवाता हूं एसडीएम शहर संजीवकेशव पाण्डेय ने बताया कि मामले मेरी संज्ञान में आया है मैं दिखवाता हूं।(दैनिक पत्रिका से सादर साभार)