सभी देवताओं में रूद्र समाहित हैं और सभी देवता रूद्र का ही अवतार है-पण्डित अभिषेक गिरी…… शिव हनुमान मंदिर में रूद्रावतार हनुमान जी की आकर्षक झांकी के दर्शनार्थ उमडी भीड ।
सभी देवताओं में रूद्र समाहित हैं और सभी देवता रूद्र का ही अवतार है-पण्डित अभिषेक गिरी……
शिव हनुमान मंदिर में रूद्रावतार हनुमान जी की आकर्षक झांकी के दर्शनार्थ उमडी भीड ।
रतलाम । कस्तुरबा नगर गली नम्बर 6 में स्थित शिव हनुमान मंदिर में श्रावण के दूसरे सोमवार को भगवान भोलेनाथ के ग्यारहवे अवतार हनुमानजी के स्वरूप् का आकर्षक श्रंगार किया गया। मंदिर के पूजारी पण्डित अभिषेक गिरी ने बताया कि प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा महिला एव परूष श्रद्धालुओ ने भगवान का पूजन अर्चन, अभिषेक कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की । उन्होने बताया कि सावन भगवान शिव का प्रिय महीना है। सभी देवताओं में रूद्र समाहित हैं और सभी देवता रूद्र का ही अवतार है। भगवान हनुमानजी को 11 वां रूद्रावतार माना गया है ,रूद्र ब्रह्मा, विष्णु और महेश सभी रूद्र के ही अंश हैं, इसलिए रुद्राभिषेक के द्वारा ऐसा भी माना जाता है की सभी देवताओं की पूजा अर्चना एक साथ हो जाती है। सावन में सभी देवताओं की पूजा से व्यक्ति के हर कष्ट दूर हो जाते हैं और हर मनोकामना पूर्ण होती है। उन्होने बताया कि भगवान शिव का हनुमान अवतार सभी अवतारों में श्रेष्ठ माना गया है। इस अवतार में भगवान शंकर ने एक वानर का रूप धरा था। अत्यंत तेजस्वी एवं प्रबल पराक्रमी श्री हनुमानजी उत्पन्न हुए। भगवान शिवजी के तेज प्रताप से मां अंजनी के गर्भ से हनुमानजी की उत्पत्ति हुई थी अतः हनुमानजी को रूद्रावतार भी कहा गया है ।
शिव हनुमान मंदिर पर श्रावण सोमवार को भगवान भोलेनाथ रूद्राभिषेक भी नियमित रूप से प्रतिदिन हो रहा है। भगवान भोलेनाथ का हनुमानजी के रूद्रावतार के स्वरूप दर्शन वंदन करने के लिये बडी संख्या में लोगों का जमावडा हुआ । दूसरे श्रावण सोमवार को दिन भर भजन कीर्तन एवं पूजा अनुष्ठान का कम बना रहा । सांयकाल भगवान भोलेनाथ की महामंगल आरती हुई तथा इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को फलाहारी खिचडी एवं फल की प्रसादी का वितरण किया गया । पण्डित गिरी के अनुसार प्रति सोमवार को भगवान की आकर्षक झांकी, महा मंगल आरती एवं प्रसादी वितरण का भव्य रूप से आयोजन किया जा रहा है।