RATLAM

संत रविदास समरसता यात्रा का रतलाम जिले के आलोट विकासखंड में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया वृहद पैमाने पर जनसमूह यात्रा में सम्मिलित हुआ पूरे रास्ते में यात्रा पर पुष्पवर्षा की गई

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संत रविदास समरसता यात्रा का रतलाम जिले के आलोट विकासखंड में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया

वृहद पैमाने पर जनसमूह यात्रा में सम्मिलित हुआ

पूरे रास्ते में यात्रा पर पुष्पवर्षा की गई

रतलाम 28 जुलाई 2023/  संत शिरोमणि श्री रविदास समरसता यात्रा ने शुक्रवार को रतलाम जिले के आलोट विकासखंड में प्रवेश किया। ग्राम नागेश्वर उन्हेल में यात्रा का भव्य स्वागत, अभिनंदन किया गया। नागेश्वर उन्हेल में रविदास समरसता यात्रा का स्वागत संत श्री सुधाकर पुरी महाराज, श्री दिनेश व्यास महाराज, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह लुनेरा, पूर्व विधायक श्री जितेंद्र गहलोत आदि जनप्रतिनिधियों तथा विशाल संख्या में उपस्थित नागरिकगणों ने किया। पूरे रास्ते में यात्रा पर पुष्पवर्षा की गई।

इस अवसर पर संत श्री सुधाकर पुरी महाराज एवं दिनेश व्यास महाराज ने संत शिरोमणि रविदास चरण पादुका का पूजन किया, रविदास कलश को धारण किया। संतो के मंत्रोच्चार के साथ उपस्थित जनप्रतिनिधि श्री राजेंद्र सिंह लुनेरा, श्री जितेंद्र गहलोत, श्री कालूसिंह परिहार, श्री अभिषेक बंटी जैन, श्री उपेंद्रसिंह, श्री नंदराम जैन, श्री दिलीप डोडिया, श्री रामसिंह सिसोदिया, श्री दिनेश कोठारी, श्री रामसिंह, श्री बद्रीलाल चौधरी, श्री तूफानसिंह, श्री ओम बारिया, श्री अनिल भरावा ने भी संत रविदास चरण पादुकाओं की पूजन के साथ कलश को धारण किया। इस दौरान पूरे रास्ते यात्रा का पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत ग्रामीणजनों ने किया। यात्रा में अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम श्री सुनील जायसवाल, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय भी साथ रहे।

 

यात्रा के प्रवेश स्थल नागेश्वर उन्हेल से चलकर यात्रा भोजाखेड़ी, पाल नगर, बोरखेड़ा, खेड़ापति हनुमान, शीतला माता आदि ग्रामों से होती हुई आलोट शहर में पहुंची जहां विभिन्न चौराहों बाजारों से गुजरकर मंडी प्रांगण में पहुंचकर संवाद सभा में परिवर्तित हो गई। संवाद सभा में जनप्रतिनिधि, संत, महंतगण उपस्थित थे। इस दौरान यात्रा का नागरिकों ने आत्मीयता के साथ पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया।

यात्रा की राह में आने वाले ग्राम पंचायतों से सागर में बनने वाले मंदिर निर्माण के लिए पवित्र नदियों से जल एवं मिट्टी का संग्रहण किया गया। यात्रा में जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय तथा कार्यकर्तागण विभिन्न व्यवस्थाओं तथा दायित्व के निर्वाह में सजगता से कार्य कर रहे थे।

जन-जन तक संत शिरोमणि श्री रविदास की शिक्षाओं को पहुंचाने एवं समरसता भरे समाज की स्थापना के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा पूरे प्रदेश में 5 समरसता यात्राएं आयोजित की जा रही हैं। यह यात्राएं प्रदेश के प्रत्येक गांव से एक मुट्ठी मिट्टी और पवित्र नदियों का जल एकत्र कर सागर पहुंचेगी जहां 12 अगस्त को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 35 एकड़ में 102 करोड रुपए की लागत से निर्मित होने वाले संत श्री रविदास मंदिर का शिलान्यास करेंगे।

यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का संदेश

संत रविदास समरसता यात्रा के रतलाम जिले में प्रवेश के दौरान मुख्यमंत्री श्रा शिवराजसिंह चौहान का संदेश भी प्रसारित किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि मध्यप्रदेश का यह परम सौभाग्य है कि यह पुण्य भूमि प्रभु श्रीराम और श्रीकृष्ण की चरण रज से कृत्य-कृत्य हुई है। आदि शंकराचार्य से ल्ोकर संत रविदास तक इस पावन धरा की आध्यात्मिक चेतना के साक्षी रहे हैं। वर्षों से हमारा सामाजिक ताना-बाजना आध्यात्मिकता से अनुप्राणित रहा है। संतों के मार्गदर्शन और प्रेरणा से प्रदेश के कोने-कोने में ऐसे समर्पित और प्रतिष्ठित जन हैं जो जनसेवा को ही अपने जीवन का ध्येय मानते हैं। संत समाज और ऐसे प्रतिष्ठितजन हमारी प्रेरणा और चेतना के पुंज हैं। आपने सदैव अपने विचारों और क्रियाकलापों से समाज का मार्गदर्शन किया है। आज पुनः आपके मार्गदर्शन की अपेक्षा है।

मध्यप्रदेश शासन आगामी 25 जुलाई से 12 अगस्त 2023 तक संत शिरोमणि श्री रविदास स्मारक निर्माण समरसता यात्रा का आयोजन कर रहा है। यह यात्रा प्रदेश के पांच स्थानों से प्रारम्भ होकर प्रदेश के सभी जिलों से होकर 12 अगस्त 2023 को बडतुमा जिला सागर में सम्पन्न होगी। इस अवसर पर प्रदेश के 313 विकासखण्डों से संचित मिट्टी और नदी जल से मंदिर निर्माण स्थल पर शिलान्यास किया जाएगा। मूल विचार यह है कि प्रदेश के समस्त जिलों में साधु-संतों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सान्निध्य में यह यात्रा सम्पन्न हो। सुबह और शाम संकीर्तन की ध्वनि के बीच महत्वपूर्ण चचाएं हों।

संत शिरोमणि श्री रविदास स्मारक निर्माण समरसता संदेश यात्रा आपके आशीर्वादस और सहभागिता के बिपना पूर्ण नहीं हो सकती। अतः मेरा विनम्र अनुरोध है कि इस यात्रा में प्रदेश के समस्त साधु-संत अपने अनुयायियों और प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति अपने सहयोगियों के साथ सहभागी बनकर प्रदेश की साढे आठ करोड जनता के लिए आध्यात्मिक उन्नति और मूल्यनिष्ठ जीवन की प्रेरणा प्रदान करें।

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