झाबुआ

पुरूषोत्तम श्रावण मास में पिपलखूंटा हनुमंत आश्रम पर 8 से 16 अगस्त तक होगा मानस शिव चरित्र कथा का आयोजन ।************** सत्संग का लाभ उसी को मिलता है  जिसमे श्रद्धा हो ,एवं शास्त्र के वचन पर विश्वास हो-पूज्य महंत दयारामदास जी ।*********** आयोजन समिति ने  अंचलवासियों से कथा श्रवण का लाभ उठाने की अपील की ।

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पुरूषोत्तम श्रावण मास में पिपलखूंटा हनुमंत आश्रम पर 8 से 16 अगस्त तक होगा मानस शिव चरित्र कथा का आयोजन ।
सत्संग का लाभ उसी को मिलता है  जिसमे श्रद्धा हो ,एवं शास्त्र के वचन पर विश्वास हो-पूज्य महंत दयारामदास जी ।
आयोजन समिति ने  अंचलवासियों से कथा श्रवण का लाभ उठाने की अपील की ।

झाबुआ । पद्मावती नदी के तट स्थित सिद्धपीठ हनुमंत निवास  आश्रम पिपलखूटा में आगामी 8 अगस्त से 16 अंगस्त तक परमपूज्य आचार्य रामानुज जी महाराज के श्रीमुख से मानस शिव चरित्र कथा की ज्ञान गंगा प्रवाहित होगी । पिपलखूंटा आश्रम के परमपूज्य महंत स्वामी दयाराम दासजी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि परम पवित्र पुरूषोत्तम मास ( श्रावण मास ) के अनंत पूण्यदायी अवसर पर भव्य एव विशाल मानस शिव चरित्र कथा का आयोजन होगा । विभिन्न समाजों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाली इस कथा में 8 अगस्त को कलशयात्रा के साथ ही कथा का मंगलमय श्रीगणेश होगा, 10 अगस्त को शिव पार्वती विवाह महोत्सव,11 अगस्त को राम जन्मोत्सव, 16 अगस्त को कथा का विश्राम  होगा । इस अवसर पर विशेष आकर्षण नित्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं अभिषेक, गौ पूजन एवं गौ अन्न कूट, नित्य पुण्य सलिला मां पद्मावती एवं गंगा पूजन एवं महाआरती आदि का आयोजन भी होगा ।
पूज्य महंत श्री दयारामदास जी के अनुसार सत्संग का लाभ उसी को मिलता है  जिसमे श्रद्धा हो ,  एवं शास्त्र के वचन पर विश्वास हो । सुख दुख हम ही अपने जीवन मे उपार्जित कर लेते है । सत्संग से मन का उद्वेग समाप्त होता है ,जब कभी मन विचलित हो तब कथा सत्संग में पहुंच जाओ शिव चरित्र भी हमे यही सीखाता है, स्वयं महादेव भी सती को लेकर कथा सुनने गए । उन्होने कहा कि जो बिगड़ी को सुधार दे तो समझना के उसने महादेव के चरित्र को सुना है । शिवचरित्र सिखाता है हर स्थिति में शांत कैसे रहा जाए ?
पूज्य महन्त श्री दयारामदास जी ने पुरूषोत्तम मास के पवित्र श्रावण माह में पिपलखूंट की धर्म भूमि पर आयोजित होने वाली  मानस शिव चरित्र कथा का जिलेवासियों एवं धर्मप्राण श्रद्धालुओं से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में सपरिवार इस पवित्र ज्ञान गंगा महायज्ञ में सहभागी होकर अपनी स्नेहांजलि अर्पित कर धर्मलाभ प्राप्त करने के इस स्वर्णीम अवसर का लाभ उठावे । ज्ञातव्य है कि पूज्य आचार्य रामानुज जी प्रकाण्ड विद्वान होकर धर्म एवं शास्त्र के माध्यम से 9 दिवसीय कथा में भगवान शिवजी के चरित्र पर अपनी ओजस्वी वाणी से ज्ञान गंगा प्रवाहित करेगें ।
आयोजन समिति के सदस्य देवेश सोनी ने कहा कि पिपलखूंटा में आयोजित 9 दिवसीय कथा के दौरान आगन्तुक श्रद्धालुओं के लिये कथा स्थल पर भोजनादि की व्यवस्था की गई है । वही मेघनगर से पिपलखूंटा आने जाने के लिये भी पर्याप्त साधन उपलब्ध रहेगें ।

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