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रतलाम के मांगरोल में ग्रामीणों पर एफआइआर से नाराज लोगों ने एसपी आफिस का किया घेराव

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रतलाम के मांगरोल में ग्रामीणों पर एफआइआर से नाराज लोगों ने एसपी आफिस का किया घेराव

गांव के लोगों ने चोरों को पकड़ा था, अगर कारवाई करना है तो फिर पूरे गांव के लोगों पर की जाए।

 रतलाम । समीपस्थ ग्राम मांगरोल में आए दिन हो रही चोरी की वारदातों तथा चोरी की शंका में कुछ युवकों को पकड़कर पुलिस को सौंपने के बाद कुछ ग्रामीणों पर मारपीट करने की एफआइआर दर्ज करने से गांव के लोगों में नाराजी है। नाराज ग्रामीणों ने शनिवार दोपहर एसपी आफिस पहुंचे और घेराव कर धरना दिया।

ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने चोरों को पकड़कर पुलिस को सौंपा था लेकिन पुलिस ने उलटे कुछ ग्रामीणों पर प्रकरण दर्ज किया है। जबकि बड़ी संख्या में गांव के लोगों ने चोरों को पकड़ा था, अगर कारवाई करना है तो फिर पूरे गांव के लोगों पर की जाए।

भैंस ले जाने का प्रयास किया

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पिछले दो-तीन सप्ताह से चोरी की करीब 10 वारदातें हो चुकी है। चोर पशु और पानी की मोटर चुराकर ले गए हैं। तीन अगस्त की रात चोरों ने मुकेश पाटीदार की खेल ग्राउंड के पास से भैंस की रस्सी काट कर उसे ले जाने का प्रयास किया था। ग्रामीणों को जानकारी मिली तो वे एक्टर होकर चोरों को ढूंढने निकले। तभी एक लोडिंग वाहन करमदी रोड पर खड़ा दिखा।
ग्रामीणों से हाथापाई करने लगे

ग्रामीणों की भीड़ देखकर वाहन चालक गाड़ी तेज गति से भगाकर ले जाने लगा। उसे रोकने पर नहीं रुका। रास्ते में वाहन से तीन-चार व्यक्ति उतर कर भाग गए। वही एक जगह गाड़ी खड़ी, वहां चार व्यक्ति रुके हुए थे जो ग्रामीणों से हाथापाई करने लगे। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने पर उन्हें सौंप दिया गया।

ग्रामीणों पर जमानत का दबाव

रतलाम पुलिस ग्रामीणों पर शक करने लगी कि ग्रामीणों ने वाहन में सवार लोगों को रोककर उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने आरोपियो से पूछताछ नहीं कर उल्टे ग्रामीणों के खिलाफ चोरों से मारपीट करने का प्रकरण दर्ज करबल लिया। पुलिस उन ग्रामीणों पर जमानत का दबाव बना रही है जिनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। इससे लोगों में नाराजगी है।

निष्पक्ष जांच कर एफआइआर निरस्त करें

भाजपा नेता अशोक जैन लाला व सरपंच प्रतिनिधि भरतलाल चौधरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने एएसपी राकेश खाखा को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि ग्रामीणों पर की गई एफआईआर निरस्त की जाए तथा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर करवाई की जाए। जिन आरोपियों को पकड़कर ग्रामीणों ने सौंपा था उनसे सख्ती से पूछताछ की जाए। एएसपी खाखा ने ग्रामीणों को मामले की जांच करने का आश्वासन दिया है।( Dainik NAI DUNIYA se Sabaar)

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