स्वामी निर्मल चैतन्यपुरा महाराज की भारत भ्रमण करेंगी अखंड हरिनाम संकीर्तन पदयात्रा
रतलाम। राष्ट्रीय एकता समरसता, पर्यावरण संरक्षण एवं युवा जागरण, संस्कृति पुनरुत्थान व जन-जन के मन से वैमनस्यता खत्म हो का उद्देश्य लिए हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे…का संकीर्तन करते हुए स्वामी निर्मल चैतन्यपुरा महाराज के सान्निध्य में सम्पूर्ण भारत में भ्रमण करेगी अखंड हरिनाम संकीर्तन यात्रा निकाली जा रही है।यात्रा की शुरुआत 25 अक्टूबर से संत महात्माओं के सान्निध्य में दक्ष मंदिर कनखल हरिद्वार से शुरू होकर पांच साल बाद 2028 में उज्जैन सिंहस्थ कुंभ मेले में समाप्त होगी। सभी राज्यों की सरकार से अनुमति लेकर यात्रा अनवरत जारी रहेगी। श्रीनगर के लाल चौक पर हरिनाम संकीर्तन किया जाएगा।
21 हजार किमी की यात्रा
यह बात पत्रकारों से चर्चा करते हुए स्वामी निर्मल चैतन्यपुरा महाराज ने कालिका माता मंदिर सत्संग हाल में कही। महाराज ने इस यात्रा का संकल्प 2018 में लिया था। अवधूत स्वामी पूर्णानंद महाराज के आशीर्वाद से यात्रा की शुरुआत की जाएगी। पदयात्रा 21 हजार किमी की रहेगी। 15 किमी प्रतिदिन चलेंगे। यात्रा संकीर्तन करते हुए अनवरत चलेगी।
12 ज्योर्तिलिंग-चार धाम में होगी कथा-कीर्तन महाराज ने बताया कि इस दौरान 12 ज्योर्तिलिंग चार धाम तीर्थो में कीर्तन के साथ श्रीराम कथा, देवी भागवत कथा, शिवपुराण आदि का वाचन किया जाएगा। यात्रा में हर दिन 25-30 संत शामिल रहेंगे। महाराज श्री कालिका माता मंदिर सेवा मंडल ट्रस्ट और शिव आराधना सेवा समिति की ओर से आयोजित श्रीरामकथा का रसपान करा रहे हैं।
तीन बार नर्मदा पद परिक्रमा कर चुके महाराज स्वामी निर्मल चैतन्यपुरी महाराज वेदांत दर्शन में एमए के साथ एक प्रखर चिंतक एवं राष्ट्रवादी साधक है। उत्तराखंड एवं भारत के मुख्य हिस्सों से लेह लद्दाख और नेपाल की पदयात्रा पहले कर चुके हंै। मां नर्मदा की तीन बार करीब 20 हजार किमी की पदयात्रा कर परिक्रमा कर चुके हैं।( Dainik Patrika se Sabaar)