कुटुंब न्यायालय भवन का शिलान्यास कार्यक्रम मेघनगर नाका पर शासकीय भूमि पर आयोजित किया गया
कुटुंब न्यायालय भवन का शिलान्यास कार्यक्रम मेघनगर नाका पर शासकीय भूमि पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री रवि मलिमठ का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश द्वारा विधि विधान के साथ पूजा पाठ कर कुदाल चलाकर कुटुंब न्यायालय भवन का शिलान्यास किया गया। साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए अतिथियों द्वारा पौधारोपण किया गया। उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमठ ने कहा कि फैमिली कोर्ट का शिलान्यास इस स्थान पर हुआ है । मैं आशा करता हूं कि एक भव्य भवन इस स्थान पर बनेगा। फैमिली कोर्ट का एक अलग कांसेप्ट है, इसे आम अदालत से अलग माना जाता है। यह माना जाता है कि इस अदालत में पारिवारिक माहौल रहना चाहिए। क्योंकि पारिवारिक विवाद को सुलझाते हैं, तो हम इनको एक अलग नजरिए से देखते हैं। मुजरिमों के मामलों में निर्णय लेना एक अलग दृष्टिकोण रहता है। तो मैने यह महसूस किया है कि फैमिली कोर्ट के लिए काम करने के लिए बड़ी परिपक्वता एवं गंभीरता की जरूरत रहती है। मैंने भी एक वर्ष तक फैमिली कोर्ट में काम किया है। तब मेरा यह अनुभव रहा है कि मामलों को निपटाना बहुत कठिन कार्य रहता है बाकी सब विवादों की तुलना में, क्योंकि पारिवारिक विवाद ऐसे रहते हैं उनमें अहम का टकराव रहता है, तो इतनी आसानी से नहीं सुलझाते हैं, लेकिन अधिवक्ता एवं मध्यस्थता के सहयोग से मामलों को सुलझाया जाता है। इसी के साथ ही न्यायमूर्ति द्वारा अपने उद्बोधन में झाबुआ के इतिहास पर भी प्रकाश डाला गया । कार्यक्रम में कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा, पुलिस अधीक्षक श्री अगम जैन, पोर्टफोलियो न्यायाधिपति न्यायाधीश श्री अनिल वर्मा, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश झाबुआ श्री लखन लाल गर्ग, फैमिली कोर्ट झाबुआ के प्रिंसिपल जज श्री एनपी सिंह, जिला बार एसोसिएशन झाबुआ प्रेसिडेंट श्री दीपक भंडारी अन्य जज, अन्य जज तथा प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।