झाबुआ – जिले के कई विभागों के कार्यालय में दलाली प्रथा के साथ-साथ अब गुंडा प्रथा भी बढ़ती हुई नजर आ रही है शासकीय विभाग जैसे परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग ,नपा परिषद आदि अनेक विभागों मे बिना दलाली प्रथा के कोई भी कार्य संभव नहीं है । लेकिन अब तो स्वास्थ्य विभाग में दलाली प्रथा के साथ साथ , धार से आयातित टुच्चा गुंडा दादागिरी करने पर भी उतारू है ।
जिले के स्वास्थ्य विभाग में ड्रग लाइसेंस, शाप निरीक्षण,. ड्रग लाईसेंस रिन्यूअल आदि अन्य कार्यों के लिए दलाली प्रथा जोर शोर से चल रही है । इस स्वास्थ्य विभाग में प्रवीण नाम का यह दलाल नवीन ड्रग लाइसेंस के नाम पर ₹ 80.हजार तक की राशि की मांग कर रहा है । सूत्रों के अनुसार यह दलाल कई मेडिकल स्टरों पर निरीक्षण न करने के लिए भी दुकान संचालकों से राशि की मांग करने लगा है । राशि न देने पर दुकान संचालकों पर कार्रवाई के बाद भी करता है । वही ड्रग लाइसेंस रिनुअल के लिए भी ऑनलाइन आवेदन के नाम पर और कागजी खानापूर्ति कर अधिकारियों के नाम पर भी राशि की उगाही में लगा हुआ है । सूत्रों की माने तो इस प्रवीण दलाल ने बहुत ही अल्प समय में दलाली प्रथा से लाखों रुपए कमाए हैं और अपनी जेबे गर्म की है । प्रश्न यह है कि आखिर क्यों ड्रग विभाग द्वारा दलाल प्रवीण को संरक्षण दिया जा रहा है क्या विभाग के आला अधिकारी भी इस दलाली प्रथा में लिप्त हैं यह जांच का विषय है । इसी प्रकार भूमि / मकान के लिए 165 की मंजूरी के लिए , नगर पालिका में नामांतरण के लिए , परिवहन विभाग में नवीन लाइसेंस व अन्य कार्य के लिए दलाली प्रथा जोर-जोर से चल रही है । कुछ आमजनों का यहां तक कहना.हैं कि भाजपा के राज में दलाली प्रथा जोर शोर से चल रही है और इसके बिना कोई भी कार्य संभव है । क्या शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देकर प्रवीण दलाल जैसे लोगों को लेकर कोई कार्रवाई करेगा या फिर यह दलाली प्रथा यू ही चलती रहेगी और आमजन परेशान होते रहेंगे ।
अगले अंक में धार से आयातित ..टच्चे गुंडे की कहानी….।