संभाग के सभी छात्रावास और आश्रमों को बनाएँ उत्कृष्ट
संभागायुक्त श्री मालसिंह द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग की गतिविधियों की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि इंदौर संभाग के सभी छात्रावासों आश्रमों को उत्कृष्ट बनाया जाए। इन सभी छात्रावासों, आश्रमों में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उत्कृष्ट स्तर की होनी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि वर्तमान में स्थिति में सुधार करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि भविष्य में वे निरीक्षण करेंगे और अगर स्थिति ख़राब मिली तो जिम्मेदारों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर कार्यालय में आयोजित बैठक में संभाग के सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीसी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सहित सभी संबंधित विभागों के संभागीय अधिकारी उपस्थित थे। वही इस मीटिंग से संभाग के सभी जिलों के ब्लॉक स्तर के अधिकारी भी गूगल मीट के माध्यम से जुड़े थे। स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान संभागायुक्त श्री मालसिंह ने अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मुहिम चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस एक पावन तिथि है और इस दिन तक सभी विद्यालयों में रिक्त पदों की प्रतिपूर्ति कर ली जाए। इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी गंभीर प्रयास करें। श्री मालसिंह ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर उन शिक्षकों का सम्मान किया जाए जो पूर्ण समर्पण और उत्कृष्ट कर्तव्य भावना के साथ कार्य कर रहे हैं। विद्यालयों के परिणामों की समीक्षा के दौरान संभागायुक्त ने इसे संतोषजनक नहीं पाया और कहा कि सभी शिक्षक अपने विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा दे। उनके सही मार्गदर्शन देने से परीक्षा परिणाम बेहतर हो सकेगा। उन्होंने ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को कहा कि वह गाँव-गाँव घूमकर विद्यालयों की स्थिति देखें और शिक्षा के स्तर में सुधार लाना सुनिश्चित करें। विभिन्न विभागीय गतिविधियों के दौरान धार, बड़वानी तथा झाबुआ जिले के अधिकारियों के कार्यों को उन्होंने संतोषजनक नहीं पाए जाने पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि आश्रमों और छात्रावास में रहने वाले प्रत्येक विद्यार्थी का नियमित रूप से हेल्थ चेकअप होना चाहिए और प्रत्येक विद्यार्थी का एक हेल्थ कार्ड बनाया जाय। जिसमें उनकी स्वास्थ्य सम्बंधी पूरी जानकारी अंकित हो। बैठक में संभागायुक्त श्री मालसिंह ने आश्रमों और छात्रावासों को उत्कृष्ट बनाने के संबंध में पावर पॉइंट द्वारा प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि वार्डन साफ-सफाई, परिधान, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाओं के प्रति सचेत रहें। उन्होंने कहा कि दूर दराज के गांवों से माता-पिता अपने बच्चों को आप के भरोसे छोड़ते हैं, उस भरोसे में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। बच्चों के भोजन में कोई कमी नहीं रखें, अगर आप बच्चों के निवाले में कोई कमी रखते हैं तो ध्यान रहे कि आपको ईश्वर देख भी रहा है। उन्होंने कहा कि अभी हाल में उन्होंने खरगोन जिले के अनेक आश्रम और छात्रावासों का भ्रमण किया है, किंतु वहा की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई है। भविष्य में अगर इस समझाइश के बाद भी कोई कमी दृष्टिगोचर होगी तो कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।संभागायुक्त ने अपने ओखला और सुलगाँव के भ्रमण का हवाला देते हुए कहा कि यहाँ उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति नहीं पायी थी। उन्होंने इस संबंध में बड़वाह ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बैठक में संयुक्त संचालक शिक्षा श्री अनिल वर्मा, संभागीय उपायुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग श्री ब्रजेश पांडे तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।