रतलाम 20अगस्त 2023/ मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद एवं जिला प्रशासन द्वारा निकल जा रही स्नेह यात्रा का रविवार को सैलाना विकासखंड की पंचायत सरवन में कई स्थानों पर पुष्पो द्वारा स्वागत किया गया।,तेजाजी महाराजा के प्रांगण में बैठक का आयोजन किया।
बैठक में श्री नीलकंठेश्वर प्रभूजी, श्री सुमनदास प्रभुजी, श्री रामचंद्रजी, श्री यश प्रभुजी और स्नेह यात्रा प्रमुख परमानंदा सरस्वतीजी ने कहा कि सनातन का शाब्दिक अर्थ है – शाश्वत या ‘सदा बना रहने वाला’, यानी जिसका न आदि है न अन्त। सनातन धर्म जिसे हिन्दू धर्म अथवा वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता है। इसे दुनिया के सबसे प्राचीनतम धर्म के रूप में भी जाना जाता है। भारत की सिंधु घाटी सभ्यता में हिन्दू धर्म के कई चिन्ह मिलते हैं। यह धर्म, ज्ञात रूप से लगभग 12 हजार वर्ष पुराना है जबकि कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना है। इस्कॉन मंदिर के उपाध्यक्ष धीरज गौड़ प्रभूजी द्वारा बताया गया कि भगवान कृष्ण कहते हैं कि जो न तो कभी नया रहा, न ही कभी पुराना होगा, न ही इसकी शुरुआत है, न ही इसका अंत है अर्थात ईश्वर को ही सनातन कहा गया है।
सरपंच सबुड़ीबाई, पंच भूरीबाई, प्रहलाद, कैलाश, समाज सेवी डॉ. सुशील कपूर, रमेश बैरागी, सुनील तोतला, तेजू टेलर, इंद्रदेव द्वारा संतो का स्वागत किया गया। इस अवसर पर जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय, ब्लॉक समन्वयक श्री रत्नलाल चरपोटा, परामर्शदाता श्री अभिषेक चौरसिया, श्री परमेश माल, श्री विक्रम शर्मा व धर्म प्रेमी जनता उपस्थित रही।