बैठक निर्णय अनुसार इस वर्ष चांदनी चौक से लगाकर रानीजी के मंदिर तक श्री गढ़ कैलाश, श्री त्रिनेत्र महादेव, श्री सिद्धेश्वर महादेव, श्री, टेकेश्वर महादेव, श्री गुप्तेश्वर महादेव, श्री धनेश्वर महादेव मंदिरों की झांकियां एक साथ एक ही मार्ग पर आगे पीछे सामूहिक रूप से निर्धारित समय अनुसार निकलेंगे। सावन के तीसरे सोमवार को झांकी निकालने वाले श्री लोकेन्द्रनाथ महादेव मंदिर भी इसमें सम्मिलित होने की संभावना है।
आज आवश्यकता एकजुट होने की
इस मौके पर स्वामी आत्मानंद सरस्वती ने कहा कि आज आवश्यकता अपने-अपने अहम को त्याग कर धर्म के लिए एकजुट होने की है। एक साथ झांकियां निकालने से धर्म प्रेमी जनता को सभी झांकियां एवं भगवान के दर्शन करने में सुविधा होगी। स्वागत करने वाले और मंच बनाने वालो को भी सुविधा होगी। सनातन समाज संगठित होता जा रहा है जिसे और मजबूत कर नई पीढ़ी को सक्रिय करना है।
ये रहे बैठक में शामिल
सवारियों के समन्वय का दायित्व राजू भाई हॉकी को दिया। बैठक में मंदिरों के प्रतिनिधिगण सतीश राठौर, सतीश भारतीय, मनोज यादव, मयूर शर्मा, प्रवीण वाघेला, लकी पांडे, सुरेश शर्मा, कैलाश राठौड़, कैलाश चौहान, जुगल पंड्या, हेमंत अजमेरा, नरेश पाटीदार, जितेंद्र हाड़ा, ओम पुरोहित, कपिल व्यास आदि उपस्थित थे।(DAINIK PATRIKA SE SABHAR)