RATLAM

महाकाल की कृपा एवं पूर्वजों के आशीर्वाद से राठौड़ परिवार कर रहा पुण्य कार्य – श्री आत्मानंद जी सरस्वती – प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार का सराहनीय प्रयास – जय महाकाल के उद्घोष के साथ उज्जैन रवाना हुए श्रद्धालू

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महाकाल की कृपा एवं पूर्वजों के आशीर्वाद से राठौड़ परिवार कर रहा पुण्य कार्य – श्री आत्मानंद जी सरस्वती
– प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार का सराहनीय प्रयास
– जय महाकाल के उद्घोष के साथ उज्जैन रवाना हुए श्रद्धालू
रतलाम। शिव समान कोई दाता नहीं है। भगवान शिव विपत्ती के निवारण हार है। शिव की पूजा आदिकाल से की जा रही है। प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार सावन माह में शहरवासियों को उज्जैन महाकाल तीर्थ की यात्रा करवाने का पुण्य कार्य कर रहे हैं। राठौड़ परिवार का यह प्रयास बाबा महाकाल की कृपा के साथ-साथ पूर्वजों व कुलदेवताओं के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है। खास कर सावन माह में बाबा महाकाल तीर्थ की निशुल्क यात्रा कराकर बाबा महाकाल के दर्शन कराना सराहनीय प्रयास है।

उक्त विचार सोमवार को रतलाम से उज्जैन महाकाल तीर्थ यात्रा के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी श्री आत्मानंद जी सरस्वती दंडी स्वामी मठ दो मुंह की बावड़ी रतलाम ने काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर परिसर में व्यक्त किए। रतलाम जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार द्वारा सावन माह के प्रत्येक सोमवार को रतलाम से उज्जैन महाकाल तीर्थ यात्रा शहरवासियों को निशुल्क कराई जा रही है। सावन के सातवें सोमवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालू बाबा महाकाल के दर्शन के लिए बसों एवं चार पहिया वाहनों से रवाना हुए। यात्रा के पूर्व स्वामी श्री आत्मानंद जी सरस्वती का स्वागत राठौड़ परिवार के प्रकाश प्रभु राठौड़, अखिल  भारतीय रामायण मेला संयोजक राजेश दवे, बसंत पंड्या, राजू हाकी, नानालाल राठौड़, विजयसिंह चौहान सहित बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालूओं ने किया। स्वामी जी ने 108 पवित्र स्थानों के जल की पूजा कर कलश बस में रखवाया। बस की पूजा कर ध्वज लहराते हुए यात्रा का शुभारंभ किया। इसके पहले काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर पर पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। पूरा परिसर जय महाकाल, सनातन धर्म की जय, हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंजायमान हुआ। यात्रा काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर परिसर से न्यू रोड, दो बत्ती, लोकेंद्र भवन रोड, कान्वेंट स्कूल तिराहा, गीता मंदिर मित्र निवास रोड, फव्वारा चौक, सालाखेड़ी होते हुए  उज्जैन के लिए प्रस्थान किया। उज्जैन पहुंच कर श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के दर्शन के साथ ही नागपंचमी के अवसर पर साल भर में एक बार खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर में भी नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन किए।
अंतिम सावन सोमवार को निकलेगी शाही सवारी
राठौड़ परिवार द्वारा निकाली जा रही यात्रा के उपलक्ष्य में अंतिम सावन सोमवार 28 अगस्त को उज्जैन महाकाल तीर्थ यात्रा पर रवाना होने के पूर्व रतलाम शहर में महाकाल की भव्य शाही सवारी निकाली जाएगी। शाही सवारी में उज्जैन बाबा महाकाल की पालकी, ढोल-ताशे, शिवगणों की टोली, भस्म रमैया मंडली के साथ शहर में पहली बार नगर भ्रमण करेगी। बाबा महाकाल की शाही सवारी काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर परिसर से प्रात: 7.30 बजे निकलेगी। राठौड़ परिवार के प्रकाश प्रभु राठौड़ ने शहर की धर्म प्रेमी जनता से नगर में पहली बार निकल रही बाबा महाकाल की ऐतिहासिक एवं भव्य शाही सवारी में शामिल होकर धर्मलाभ लेने का आव्हान किया है।

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