झाबुआ

115 सिद्धितप तपस्वियों का विजय तिलक समारोह व शाही वरघोडा या चल समारोह 26, 27 अगस्त को…….

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झाबुआ – – नगर मे चातुर्मास हेतु पधारें प. पू . मुनिराज श्री चन्द्रयशविजय जी म.सा. , मुनि श्री जनकविजय जी म.सा. , मुनि श्री जिनभद्रविजय जी म.सा. आदि का चातुर्मास हेतु जब से मंगल प्रवेश हुआ है तब से ही धर्म आराधना एवम तपस्याओ का ठाट लगा हुआ है ।और यह झाबुआ धर्ममय हो गया है मुनिराज के पावन सानिध्य मैं सिद्धि तप जैसी उग्र तपस्या हो रही है जिसमें सकल जैन संघ ने भाग लेकर झाबुआ के इतिहास मे पहली बार 115 तपस्वी एक साथ सिद्धि तप जैसी कठिन तपस्या कर धर्म आराधना कर रहे हैं । इसी कड़ी में 115 सिद्धि तप तपस्यवीयो व मासक्षमण तप आराधना का विजय तिलक समारोह या पारणा समारोह 26 व 27 अगस्त को झाबुआ शहर में तप महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है ।

शहर में विजय तिलक समारोह या पारणा समारोह को लेकर मीटिंग का आयोजन स्थानीय बावन जिनालय मंदिर में रखी गई । जिसमें सकल जैन समाज के विभिन्न पंथो के अध्यक्ष /सचिव ने अपनी सहभागिता दी । साथ ही शहर के बुद्धिजीवी वर्ग व मुख्य परामर्शदाता आदि अनेक जैन समुदाय के श्रावक उपस्थित थे । मुनिराज चंद्रयश विजय जी म. सा. की पवन मिश्रा व मार्गदर्शन में मीटिंग प्रारंभ हुई । चातुर्मास समिति के मुख्य संयोजक संजय कुमार कांठी ने पू. मुनिराज के चरणों में वंदना अर्पित करते हुए सभी आगंतुकों का स्वागत व अभिनंदन किया । मीटिंग में सर्वानुमति से निर्णय लिया गया की 26 एवं 27 अगस्त को सिद्धितप तपस्वियों के तप अनुमोदनार्थ तप महोत्सव का आयोजन किया जाएगा । इसमें इस तप महोत्सव में 27 अगस्त को शाही वरघोडा और विभिन्न व्यवस्था को लेकर मीटिंग में चर्चा हुई । और समाज के विभिन्न संगठनों को विभिन्न कार्यों के लिए दायित्व भी सौंप गए ।

40 बगी में सवार होंगे 115 सिद्धि तप तपस्वी

जानकारी देते हुए चातुर्मास समिति के अध्यक्ष मनोहर मोदी व चातुर्मास समिति के मुख्य संयोजक संजय कुमार काठी ने बताया कि 25 अगस्त को सभी सिद्धि तप तपस्वी शासन माता का पूजन एक साथ 52 जिनालय मंदिर में करेंगे । 26 अगस्त को दोपहर में सभी तपसियों का बहुमान कार्यक्रम का आयोजन रॉयल गार्डन पर रखा गया है वहीं शाम को चौबीसी मेहंदी व भक्ति कार्यक्रम का आयोजन भी रखा गया है । 27 अगस्त को सुबह 7:30 बजे सकल जैन संघ की नवकारसी पशचात सुबह करीब 8:00 बजे वरघोडा , शहर के M2 गार्डन से प्रारंभ होगा । इस शाही वरघोड़े में हाथी , घोड़े , ढोल, तमाशा के अलावा करीब 40 बगी में सभी 115 सिद्ध तपस्वी सवार होंगे । सभी तपस्वियों को अपने दिए गए नंबर अनुसार बगी में बैठना है । यह शाही वरघोडा या चल समारोह शहर के M2 गार्डन से प्रारंभ होगा , बस स्टैंड होते हुए थांदला गेट , होते हुए आजाद चौक , राजवाड़ा चौक होते हुए रॉयल गार्डन पर समाप्त होगा । इसके पश्चात रॉयल गार्डन पर तपस्वियों का पारणा व सम्मान समारोह । दोपहर में समस्त कार्यक्रमों के लाभार्थी परिवारों का बहुमान कार्यक्रम का आयोजन । शहर के बस स्टैंड थांदला गेट, आजाद चौक , राजवाड़ा चौक व मरी माता चौराहा पर सामाजिक संगठनो ने अपनी सहमति प्रदान की । पानी की व्यवस्था के लिए मुनिप्रवर ने किसी भी तरह के प्लास्टिक बोतलका उपयोग न करने की सलाह दी । इसके अलावा रात्रि भोजन त्याग को लेकर मुनि प्रवर ने सपष्ट निर्देश देते हुए , शाम को निर्देशित समय अनुसार भोजन बंद करने की बात कही ।

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