झाबुआ

बकरी पालन योजना से दिमा के जीवन में आया परिवर्तन

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सफलता की कहानी

ग्राम गुजरपाडा विकासखण्ड मेघनगर की निवासी श्रीमती दिमा पति खुशाल बिलवाल कृषि के साथ 5 से 10 बकरी पालन करते आए है, पशुपालन विभाग के अधिकारी द्वारा दिमा को विभाग की बकरी पालन योजना के विषय में बताया गया कि योजना में आपको लगभग 30000/- रू. का शासकीय अनुदान मिलेगा तथा 40000/- रू. बैंक से ऋण स्वीकृत करवाना होगा जिससे आपकों 10 बकरी तथा 01 बकरा मिलेगा जिससे आपके आय में वृद्धि होगी और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। दिमा को योजना अच्छी लगी और बैंक में आवेदन प्रस्तुत किया बैंक द्वारा ऋण स्वीकृति के पश्चात् पशुपालन विभाग द्वारा बैंक खाते में 30000/- रू. अनुदान राशि जमा हुई, इसके बाद दिमा ने 10 बकरी और 01 बकरा लिया। दिमा के पास कृषि योग्य भूमि बहुत कम थी परिवार का खर्चा मुश्किल से चल पाता था एवं उनके पति श्री खुशाल बिलवाल की आय से ही घर का खर्च चलता था। दिमा भी घर की जरूरतों को पुरा करने में अपना योगदान देना चाह रही थी। इसके लिए दिमा ने पशु चिकित्सालय मेघनगर में संपर्क किया एवं बकरी पालन के लिए आवेदन किया आवेदन स्वीकृति के बाद बैंक ऋण एवं अनुदान की राशि प्राप्त हुई। उस राशि से दिमा ने बकरियां खरीदी और उनका अच्छे से रखरखाव किया।

आज दिमा के पास कुल 22 छोटे बडे मिलाकर बकरे एवं बकरियां है। आगामी 03 माह बाद कुल नग 7 बकरे बेचने लायक होंगे जिससे दिमा की आय लगभग 70000 रुपए होगी और उनके पास कुल मादा बकरियां 14 होगी। जिससे आगामी 01 वर्ष बाद पुनः आय में डेढ गुना वृद्धि होगी। इस तरह से दिमा जन्म से ही बकरी पालन छोटे स्तर पर कर रही थी परन्तु पशुपालन विभाग की योजना का लाभ लेकर दिमा बकरी पालन कार्य को अच्छी तरह से कर रही है एवं भविष्य में और अच्छी तरह अतिरिक्त आय का लाभ लेंगी।

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