जिला कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा एवं पुलिस अधिक्षक श्री अगम जैन के निर्देशन में जिले के उप संचालक कृषि श्री नगीन सिंह रावत के मार्गदर्शन में जिले के समस्त विकास खण्डों में सूचीबद्ध प्रकरणों में अवैध रूप से गांजा लगाने वाले चिन्हित ग्रामों में जन जाग्रति अभियान के अन्तर्गत शिविरों का आयोजन किया गया । विकास खण्ड झाबुआ के ग्राम खुटाया मांडली छोटी विकास खण्ड थांदला के ग्राम सुतरेटी नाहरपुरा, रतनाली छोटी धामनी, कोटडा, खांदन, परवलिया विकासखण्ड राणापुर के ग्राम चुई, माण्डलीनाथ विकासखण्ड पेटलावद के ग्राम खोरिया, हनुमंतिया बोलासा विकासखण्ड मेघनगर ग्राम गोपालपुरा, चैनपुरा एवं विकासखण्ड रामा के ग्राम खेडा पालेडी, बोचका, मृगारूडी, अमलवानी कलमोडा में शिविरों का आयोजन किया गया । इन जन जाग्रति अभियान में सबंधित थाना प्रभारी से समन्वय कर उद्यानिकी विभाग ग्राम पंचायत सचिव को शामिल कर उपस्थित ग्रामवासी कृषकों को अवैध रूप से गांजा एवं अन्य नशीले पदार्थों की खेती करने से होने वाले नुकसान एवं अन्य सामाजिक बुराईया से अवगत करवाते हुए नशीले पदार्थों की खेती के लिए दण्ड के प्रावधान से अवगत कराया गया। साथ ही कृषि एवं उद्यानिकी से संबंधित नवीन कृषि तकनीकियों की जानकारी दी गई तथा कृषि के क्षेत्र में शासन के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए कम लागत कृषि की उन्नत तकनिकियो को अपनाकर अपनी कृषि आय बढाने की समझाईश भी दी गई। कृषि सम्बद्ध विभागों द्वारा ग्रीन हाउस, पोली हाउस, बागवानी फसले टमाटर मिर्च अदरक, नीबू आदि की खेती अपनाकर तथा ड्रिप एवं स्प्रिंकलर से सिंचाई कर अपनी आय बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित किया गया। जिससे कृषक कृषि एवं कृषि सम्बद्ध गतिविधियो, नवीन कृषिगत तकनीकी को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिती सुदृढ़ कर सामाजिक जीवन स्तर में सुधार हो सके, जिससे किसानों को गांजा, नशीले पदार्थों की खेती जैसे अवैध गतिविधीयो में संलिप्ता जैसी स्थिती निर्मित न हो। जन जाग्रति अभियानों में नशीले पदार्थों एवं दवाओं के सेवन से होने वाली स्वास्थ समस्याओं तथा सामाजिक बुराईयों से अवगत करवाया गया तथा अवैध रूप से गांजा आदि नशीले पदार्थों की खेती नहीं करने की समझाईश दी गई।