झाबुआ

23 सितम्बर शनिवार से नवग्रह शनि मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन । श्रीमद् भागवत महापुराण सभी प्रकार के कल्याण देने वाला है। भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का ये महान ग्रंथ है- पं. अनुपानंदजी महाराज । झाबुआ।

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23 सितम्बर शनिवार से नवग्रह शनि मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन ।

श्रीमद् भागवत महापुराण सभी प्रकार के कल्याण देने वाला है। भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का ये महान ग्रंथ है- पं. अनुपानंदजी महाराज ।

झाबुआ। श्री पद्मवंशीय मेवाड़ा राठौर (तेली) समाज झाबुआ द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी शहर के सिद्धेश्वर कॉलोनी स्थित श्री विश्व शांति नवग्रह शनि मंदिर परिसर में संगीतमय, समधुर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 23 सितंबर शनिवार से किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन सुप्रसिद्ध भगवताचार्य एवं कथा वाचक पं. अनुपानंदजी महाराज (कानपुर), उत्तरप्रदेश के मुखारविन्द से कथा वाचन होगा। समाज के अध्यक्ष रामचंद्र राठौर से प्राप्त जानकारी के अनुसार 22 सितंबर शुक्रवार को श्रीमद् भावगत महात्म्य् अर्थात भागवत कथाजी के महत्व के बारे में जानकारी कथा वाचक पं. अनुपांनदजी महाराज ने देते हुए बताया कि श्रीमद् भागवत महापुराण सभी प्रकार के कल्याण देने वाला है। भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का ये महान ग्रंथ है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में भागवत कथा का वही महत्व है जो शरीर में आत्मा का होता है। जिस प्रकार आत्मा के बिना शरीर निरर्थक है, उसी प्रकार भक्ति के बिना जीवन शून्य है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की महिमा सबसे न्यारी है। उन्हाने आगे ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से मानव के कष्ट दूर हो जाते हैं। हमें सच्चे भाव से कथा सुननी चाहिए। श्रीमद भागवत कथा सुनने से मानव को धर्म ज्ञान मिलता है और उसे पता चलता है कि वास्तव में हमारे जन्म का उद्देश्य सिर्फ संसार की अप्राकृतिक चीजों का सुख प्राप्त करना मात्र नहीं है। धर्म श्रवण के बिना मानव का जीवन व्यर्थ हो जाता है और वह मानव पशु के समान है जो अपने जीवन में धर्म श्रवण नहीं करता। उन्होंने श्रद्धालुओं को बताया कि इस जीवन का कोई भरोसा नहीं है। यह जीवन पानी की एक बूंद के समान है। कब मिट जाए कुछ नहीं पता।
श्री राठौर के अनुसार 23 से 29 सितंबर तक प्रतिदिन सुबह 9 से दोपहर 12 बजे एवं दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक नवग्रह शनि मंदिर परिसर में कथा का वाचन होगा। अंतिम दिन 29 सितंबर शुक्रवार को शाम 6 बजे से शहर में शोभायात्रा निकाली जाएगी। कथा का आयोजन श्री पद्मवंशीय मेवाड़ा राठौर (तेली) समाज झाबुआ द्वारा किया जा रहा है। राठौर समाज ने सर्व समाज के सनातनियों एवं धर्मप्राण लोगों सेे श्रीमद् भागवत कथा का प्रतिदिन अधिक से अधिक संख्या में शनि मंदिर पधारकर धर्म लाभ लेने का आग्रह किया है।
बारिश से बचने लगाया डोम
श्रीमद् भागवत कथा के आयोजक राठौर समाज द्वारा मंदिर परिसर में इस बार विशाल डोम लगाया गया है, ताकि बारिश के दौरान कथा का रसपान करने वाले श्रोताओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। साथ ही महिला, पुरूष श्रद्वालुओं के बैठने के भी व्यापक प्रबंध किये गये है। समाज के अध्यक्ष रामचंद्र राठौर ने बताया कि बारिश के साथ ही गर्मी व उमस से श्रोताओं की परेशानी ना उठाने पडे इसके लिए कथा पांडाल में कुलर भी लगाये गये है। बारिश और गर्मी दोनों को ध्यान में रखते हुए इस बार कथा पांडाल को सुसज्जित व आकर्षक बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किये गये है। जिसकी कमान समाज की युवा टीम ने संभाल रखी है।

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