जब सद्बुद्धि आती है तो दुर्बुद्धि भाग जाती है परिणाम स्वरूप शाश्वत चिरस्थायी शांति का साम्राज्य स्थापित होता है- श्रीमती नलीनी बैरागी । सार्वजनिक मंडल में दीपयज्ञ का किया गया अभिनव आयोजन ।
जब सद्बुद्धि आती है तो दुर्बुद्धि भाग जाती है परिणाम स्वरूप शाश्वत चिरस्थायी शांति का साम्राज्य स्थापित होता है- श्रीमती नलीनी बैरागी ।
सार्वजनिक मंडल में दीपयज्ञ का किया गया अभिनव आयोजन । झाबुआ । यज्ञ भारतीय धर्म का मूल है। आत्म-साक्षात्कार, स्वर्ग-सुख, बन्धन-मुत्ति, मन, पाप-प्रायश्चित, आत्म-बल वृद्धि और ऋषि-सिद्धियों के केन्द्र भी यज्ञ ही थे। यज्ञों द्वारा मनुष्य को अनेक आध्यात्मिक एवम् भौतिक शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।यज्ञ भारतीय धर्म का मूल है। आत्म-साक्षात्कार, स्वर्ग-सुख, बन्धन-मुत्ति, मन, पाप-प्रायश्चित, आत्म-बल वृद्धि और ऋषि-सिद्धियों के केन्द्र भी यज्ञ ही थे। यज्ञों द्वारा मनुष्य को अनेक आध्यात्मिक एवम् भौतिक शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। वर्तमान समय की समस्याओं का समाधान गायत्री मंत्र और यज्ञ में समाहित है। गायत्री मंत्र सद्बुद्धि की प्रेरणा देता है और यज्ञ त्याग और तितिक्षा की प्रेरणा देता है। गायत्री मंत्र में परमेश्वर से सद्बुद्धि की प्रार्थना की गई है जब सद्बुद्धि आती है तो दुर्बुद्धि भाग जाती है परिणाम स्वरूप शाश्वत चिरस्थायी शांति का साम्राज्य स्थापित होता है। सारा विश्व एक राष्ट्र बन जाएगा, सारे विश्व का एक ध्वज और एक संविधान होगा।उक्त प्रेरणादायक उदबोधन राजवाडा चैक झाबुआ मे मनाये जा रहे 90 वें गणेशोत्सव में प्रतिदिन रात्री में चल रहे धार्मिक आध्यात्मिक आयोजन के अवसर पर रविवार को श्री सत्यनारायण मंदिर में आयोजित अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा आयोजित दीप यज्ञ के दौरान मुख्य साधिका श्रीमती नलीनी बैरागी ने दीप यज्ञ करवाते समय व्यक्त किये ।
श्रीमती बैरागी ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य में देवत्व का जागरण होगा और स्वर्ग जैसी कल्पना धरती पर साकार होगी । उन्होंने कहा कि उद्देश्यों की पूर्ति के लिए गायत्री परिवार घर-घर गायत्री और यज्ञ जैसी पुनीत परंपराएं प्रारंभ करवा रहा है। कार्यक्रम के प्रारंभ में युग संगीत प्रज्ञा गीतों की प्रस्तुतियां दी गई । तत्पश्चात सामूहिक दीप यज्ञ कर विश्व कल्याण के निमित्त गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियां प्रदान की गई । इस अवसर पर बडी संख्या में श्रद्वालुओं ने दीप यज्ञ में सहभागिता की । सार्वजनिक गणेश मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्निहौत्री महासचिव रविराज राठौर ने बताया कि बताया कि प्रतिदिन रात्री में महेश शर्मा एवं राजा शर्मा द्वारा रात्री में मधुर संगीयमय भजनों की प्रस्तुतियां भी दी जा रही है । प्रतिदिनि प्रातः एवं सायंकाल महामंगल आरती की जाकर प्रसादी का वितरण भी नियमित रूप से हो रहा है।
सार्वजनिक गणेश मंडल के सभी पदाधिकारियों ने नगरवासियों से अधिक से अधिक संख्या में पधारकर धर्मलाभ लेने की अपील की है ।