झाबुआ

पटवारी की हड़ताल अनवरत 31 वे दिन जारी, 2800 पे ग्रेड की मांग पूरी होने पर ही खत्म होगी

Published

on

पटवारी की हड़ताल अनवरत 31 वे दिन जारी,
2800 पे ग्रेड की मांग पूरी होने पर ही खत्म होगी

झाबुआ । मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रातीय आह्वान पर विगत 31 दिनों से चल रही पटवारी की अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल आज भी जारी रहेगी आज झाबुआ मे कुलदीप सिंगाड,सुशील नलवाया, अर्जुन बारिया, बापूसिंह सिंगाड, क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे है। उल्लेखनीय है कि उल्लेखनीय है कि जिले के पटवारी विगत 31 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। मंगलवार को मध्य प्रदेश शासन द्वारा ंभारत सरकार के एग्रीस्टेक जीआईएस रियल क्राप सर्वे योजना के तहत पटवारीयो को तीन से चार हजार रूपये प्रति माह देने का कैबिनेट में निर्णय पारित किया गया है जिसका मध्य प्रदेश पटवारी संघ ने विरोध किया है।
मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा जिला संघर्ष समिति अध्यक्ष मलजी डामोर ने बताया कि भारत सरकार की एग्रीस्टेक जिसे रियल सर्व योजना के तहत प्रथम चरण में कुछ जिलो मे पायटल प्रोजेक्ट के तहत जिले की दो तहसील के 02 ग्राम चयनित किए जाएंगे मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वे किया जाना है इससे कृषि उत्पादकों के वितरण कृषि ऋण आदि योजनाएं शामिल है जिसे कृषि विभाग को करना चाहिए लेकिन मध्य प्रदेश शासन यह काम पटवारी के माध्यम से करना चाहती है जो पटवारीयो को स्वीकार नहीं है।

पटवारीयो ने बताया कि शासन को जिस विभाग का काम है यह कार्य संबधित विभाग से ही करवाना चाहिए एवं पटवारी को अन्य विभाग के कार्या में नहीं लगाना चाहिए जिससे कि उनके विभागीय मूल काम प्रभावित नही हो उन्होंने बताया कि हमारी विगत 25 वर्षो से एक ही मांग 2800 पे ग्रेड को लेकर हड़ताल चल रही जिसमें हमारे मुख्य मांग 2800 पे ग्रेड के साथ सापेक्ष वेतनमान, आवास भत्ता,  प्रमुख रूप से शामिल है। लेकिन शासन द्वारा उनकी इन न्योचित  मांगों पर कोई विचार नहीं करते हुए अन्य योजना का बोझ पटवारियो पर डालने का कार्य किया जा रहा है इसे मध्य प्रदेश के पटवारी स्वीकार नहीं करेगे पटवारीयो ने बताया कि उनकी अनिश्चितकालीन का कलमबंद हड़ताल और क्रमिक भुख हडताल उनकी प्रमुख मांग 2800 पे ग्रेड एवं अन्य भत्तो की स्वीकृति के उपरांत ही खतम होगी  अन्यथा की स्थिति मे मांगे पूरी होने तक हडताल अनवरत जारी रहेगी

अपनी मांगों की लगातार अनदेखी करने से प्रदेश के पटवारीयो के मन में अब आक्रोश पनपने लगा है एवं  अब उग्र आंदोलन करने के रणनीति बनाने जा रहे हैं पटवारीयो ने बताया कि यदि शासन उनकी मांगे स्वीकार नहीं करती है एवं आचार संहिता लग जाती है तो इस स्थिति में पटवारी अपनी हड़ताल सशर्त स्थगित करके केवल और केवल निर्वाचन संबंधी कार्य करने के लिए उपस्थित रहेंगे एवं आचार संहिता समाप्त होने के उपरांत पुनः हड़ताल पर चले जाएंगे।
इस अवसर पर विनोद मंडलोई, कमल जामोद, जयदेव सोलंकी, निलेश अखाडे, निलेश पाटीदार, सुरेन्द्र चैहान, छतरसिंह देवलिया, महेेश खतेडिया, चन्द्रशेखर पचाहा, सालम जमरा, खेमचंद मेडा, सुशील नलवाया, प्रदीप पचाया, लोकेन्द्र रावत, राजू ंिसगाड, रमीजुददीन शेख, सुनिल कटारा, अभय व्यास, अजय डावर, विजय वसुनिया, वागुसिंह भूरिया, राहुल सोलकी, संदीप डावर, जितेन्द्र अमलियार, फतेसिंह सिंगाड, लालसिंह गणावा, संदीप डावर, निलेश पालिया, नरेन्द्र सावरिया, संदीप अजनार, विवेक रोज, कमलसिंह बारिया, ऋषि जायसवाल, हेमेन्द्र सिंह कटारा महिला पटवारी श्रीमती  गीता मंडोड, रेखा बिलवाल, मुक्ता डामोर, लक्ष्मी गणावा, मुक्ता डामोर, हेमलता बामनिया, पूजा निगवाल, पूजा मेडा, अंजलि कटारा, सविता डामोर,नेहा राठौर, शिवकन्या मोर्य, रूचिका चैहान, अंजलि खतेडिया, सहित बडी संख्या मे झाबुआ, रामा, रानापुर के पटवारी उपस्थित रहे।

Trending