झाबुआ

मासक्षमण तपस्वी नव्या शाहजी की 31 उपवास मासक्षमण की तपस्या पूर्ण

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शुक्रवार को निकलेगी जयकार यात्रा

थांदला (वत्सल आचार्य)। आचार्यश्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तकश्री जिनेंद्रमुनिजी की आज्ञानुवर्ती साध्वीश्री निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी म. सा. ठाणा-4 वर्षावास हेतु पौषध भवन स्थानक पर विराजित हैा साध्वी मण्ड्ल के सानिध्य में विभिन्न तपस्याओं की झड़ी लग रही हैं। इस प्रसंग पर तपस्या के क्रम में तपस्वी नव्या मनीष शाहजी की 12 अक्टूबर गुरूवार को 31 उपवास मासक्षमण की कठोर तपस्या पूर्ण हुई। वर्षावास का यह पांचवा मासक्षमण पूर्ण होगा । तपस्वी नव्या शाहजी पूर्व में 11 उपवास आदि अनेक तपस्या कर चुकी है। तपस्या पूर्ण होने पर 13 अक्टूबर शुक्रवार को निवास स्थान आजाद मार्ग से तपस्वी की जयकार यात्रा निकलकर पौषध भवन पहुंचेगी वहा साध्वी मंडल के पावन सानिध्य में तप का बहुमान तप की बोली लगाकर किया जाएगा इसमें जो भी श्रावक या श्राविका तप की सर्वाधिक बोली लेगा। वह श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ की ओर से शॉल ओढ़ाकर, माला पहनाकर तपस्वी नव्या शाहजी का बहुमान करेगा। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ की ओर से अभिनंदन पत्र भी भेंट किया जाएगा। वहीं विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संस्थाएं भी बहुमान करेगी। पश्चात तपस्वी का पारणा होगा।

शनिवार को मनाया जाएगा पक्खी पर्व

यहां साध्वी मण्डल के सानिध्य में 14 अक्टूबर शनिवार को पक्खी पर्व जप-तप- त्याग- तपस्या व विविध आराधनाओ के साथ मनाया जाएगा। बडी संख्या मे श्रावक- श्राविकाएं सामूहिक उपवास सहित विभिन्न धर्म आराधना करेगे। शाम को 6.10 बजे से पक्खी प्रतिक्रमण प्रारंभ होगा। 15 अक्टूबर रविवार को तपाराधको के सामूहिक पारणे रमेशचन्द्र अमितकुमार शाहजी परिवार के निवास स्थान पर होगे। पारणे के पूर्व नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप होगे । श्रीसंघ ने समस्त आराधको से पक्खी पर्व पर अधिक से अधिक आराधना करने का निवेदन किया है।

संलग्न फोटो : मासक्षमण तपस्वी नव्या शाहजी

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