नई शिक्षा नीति और कौशल विकास के महत्व को युवाओं तक पहुंचाने का अनूठा प्रयोग
25 राज्यों के 300 जिलों में संचालित की जा रही यात्रा
भोपाल. कौशल विकास और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पिछले 37 वर्षों से निरंतर कार्य कर रही संस्था आईसेक्ट द्वारा छात्रों में नई शिक्षा नीति के प्रति जागरुकता लाने एवं करियर काउंसलिंग के उद्देश्य देशव्यापी कौशल विकास यात्रा दिनांक 18 सितंबर से पूरे देश में आयोजित की जा रही है। देश के 25 राज्यों के 300 जिलों में संचालित की जा रही ये यात्रा 13/10/23 को झाबुआ शहर में पहुंची जहां सैकड़ों विद्यार्थियों ने इस कौशल विकास यात्रा का स्वागत किया।
इस मौके पर शासकीय कन्या महाविध्यालय झाबुआ पर एक सेमिनार का आयोजन भी किया गया जिसमें यात्रा में साथ चल रहे विषय विषेषज्ञों ने विद्यार्थियों को कौशल विकास का महत्व बताते हुए करियर मार्गदर्शन प्रदान करने के साथ ही उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि रहे आइसेक्ट के श्री रोहित साहू, क्षेत्रीय प्रबंधक, खंडवा क्षेत्र ने विद्यार्थियों से कहा कि कौशल विकास रोजगार पाने की राह में एक मुख्य साधन है। कौशल के महत्व को भारत सरकार भी रेखांकित कर रही है और डेमोग्राफिक डिविडेंड का लाभ उठाने के लिए लोगों को कौशल विकास के प्रति जागरुक कर रही है। ऐसे में प्रत्येक विद्यार्थी का यह ध्येय होना चाहिए कि वे स्वयं को उद्योग जगत की आवश्यकता अनुरूप कौशल से युक्त बनाएं। इससे वे स्वयं की करियर को दिशा प्रदान करने के साथ भारत की प्रगति में भी योगदान दे पाएंगे।
इस दौरान शासकीय कन्या महाविध्यालय झाबुआ पर आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को कौशल विकास का महत्व बताते हुए शासकीय एवं अन्य योजनाओं जैसे –पीएमकेवीवाय, एनयूएलएम, एनएसक्यूएफ, डिजिटल साक्षरता, माइक्रोसॉफ्ट राइजइत्यादि की जानकारी प्रदान दी गई। यात्रा के साथ आए सी.वी.रमन विश्व विध्यालय खंडवा के श्री विशाल कनाडे एवं मनीष भारद्वार ने बताया कि कौशल विकास यात्रा कई वर्षो से आईसेक्ट द्वारा युवाओं को कौशल विकसित करने के महत्व को समझाने के लिए एक अनूठा प्रयास कर रहा है, जिसे विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर राष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा पुरस्कृत भी किया गया है। इस यात्रा में आईसेक्ट की नवीन गतिविधि जैसे बैंकिंग, आधार, ऑनलाइन टोल भुगतान (ETC)स्कूल कंटेट, प्ले स्कूल, आईसेक्ट लर्न,ऑन लाइन फ्री कोर्सस (MOOCS), इन्श्यूरेंस, ऑन लाइन सेवाएं,रोजगार मंत्रा पोर्टल,NEEM/NAPS इत्यादि से शाखाओं एवं छात्रों को अवगत कराया गया। गौरतलब है कि 18 सितंबर से शुरू होने वाली यह यात्रा 25 राज्यों के 300 जिलों तक पहुंचेगी जहां इसमें आईसेक्ट-एनएसडीसी पार्टनरशिप में संचालित किए जा रहे पाठ्यक्रमों की जानकारी और आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह द्वारा चलाए जा रहे कोर्सेज से छात्रों को अवगत कराया जा रहा है। साथ ही आईसेक्ट के अंतर्गत फ्यूचर स्किल कोर्सेज की भी जानकारी दी जा रही है। इसके लिए आईसेक्ट द्वारा वाहनों को विशेष रूप से तैयार किया गया है। इन यात्रा वाहनों पर कौशल विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं की ब्रांडिंग से सुसज्जित किया गया है। साथ ही इन यात्रा वाहनों में कौशल विकास की योजनाओं से संबंधित प्रचार सामग्री उपलब्ध है जो यात्रा के दौरान विद्यार्थियों में वितरित की जा रही है। उल्लेखनीय है कि आईसेक्ट और भारत सरकार के उपक्रम एनएसडीसी के हाल ही में हुए समझौते के तहत विभिन्न कम्प्यूटर पाठ्यक्रमों में प्रवेश भी प्रारंभ हो गए हैं। इसमें 250 से भी अधिक डिप्लोमा व सर्टीफिकेट पाठ्यक्रमों को शामिल किया गया है। एनएसडीसी द्वारा आईसेक्ट का चयन नोडल संस्था के रूप में किया गया है। आईसेक्ट व एनएसडीसी द्वारा अर्द्धशहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कम्प्यूटर आईटी हार्डवेयर और नेटवर्किंग जैसे रोजगारोन्मुख विषयों पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम, सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सेवाएं, इलेक्ट्रॉनिक्सएवं हार्डवेयर, बैंकिंग, व फायनेंशियल सर्विसेज, टीचर प्रशिक्षण, टेक्सटाइल, एग्री स्किल्स तथा रिटेल आदि विषयों के पाठ्यक्रम आईसेक्ट द्वारा संचालित हो रहे हैं। मुख्य जन संपर्क अधिकारी आईसेक्ट