झाबुआ

9 दिवस शाश्वती श्री सिद्ध चक्र नव पद ओली की हुई पूर्णाहुति

Published

on

नव पद ओली जी तप की आराधना आदि व्याधि को दूर कर सुख समृद्धि देने वाली है मुनि श्री चंद्रयश जी मा.सा.

झाबुआ – स्थानीय जैन तीर्थ श्री ऋषभदेव बावन जिनालय जैन तीर्थ पर चातुर्मास हेतु विराजित परम पूजनीय मुनि श्री चंद्र यशविजय जी मा. सा. आदि थाना तीन की पावन निश्रा में 9 दिवसीय शशवती श्री सिद्धचक्र जी नवपद ओली जी की आराधना की पूर्णहुती सभी 90 तपसियों के पारणे के साथ ही रविवार को हुई । इस अवसर पर लाभार्थी श्री नरेंद्र कुमार हेमेंद्र कुमार चयन संघवी परिवार का श्री संघ एवं साधना पथ चातुर्मास समिति द्वारा शाल श्रीफल से बहुमान किया गया ।
श्री संघ के रिंकू रुनवाल ने बताया कि 20 अक्टूबर से तपस्या की आराधना प्रारंभ हुई । जिसके अंतर्गत 90 से अधिक तपस्वियों ने प्रतिदिन आयंबिल की तपस्या के साथ ही क्रमशः 9 दिन तक अरिहंत ,सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय, साधु दर्शन, ज्ञान , चरित्र एवं तप इन नो पदों की आराधना की। जिनालय में प्रतिदिन प्रात 9 से 11:00 तक परम पूज्य मुनि श्री चंद्र यश विजय जी माता ने श्री पाल मयणा सुंदरी की कथा का सुंदर वर्णन किया गया । साथ ही प्रतिदिन नव पदों का महत्व समझाकर अपनी प्रवचन धारा से तपस्वियों को ओत प्रोत किया । रविवार को प्रवचन मे पूज्य श्री ने कहा कि अपनी यह आराधना जीवन में आई हुई आदि व्याधि को दूर कर सुख समृद्धि प्रदान करने वाली है आयंबिल का तप उत्तम मंगल तप है साथ ही पूज्य श्री ने लाभार्थी संघवी परिवार की भी अनुमोदन की ।


श्री श्री नवपद ओली जी एवं पाढ़ने के लाभार्थी परिवार्थी नरेंद्र कुमार हेमेंद्र कुमार चयन कुमार सघंवी का जैन श्वेतांबर श्री संघ श्री साधना पथ चातुर्मास समिति श्री तेरापंथ सभा 9 स्टार ग्रुप व सभी आराधको की ओर से शाल श्रीफल से बहुमन किया गया इस अवसर पर साधना पथ चातुर्मास समिति वह लाभार्थी संघवी परिवार द्वारा सभी तपसियों का भी बहुमान किया गया । श्री वर्धमान तपस्या के लाभार्थी का भी बहुमान किया गया । 20 दिवसीय श्री वर्धमान आयंबिल तक के 45 तपसियो के 11 दिन तक परिवार का भी श्री संघ चातुर्मास समिति एवं सभी अर्ध को की ओर से राजेंद्र भाई रुनवाल द्वारा बहुमान किया गया।

Trending