झाबुआ

वोट देना सिर्फ एक अधिकार नहीं है, यह लोकतंत्र का एक मूलभूत स्तंभ है- श्रीमती सुरज डामोर । पंतजलि महिला योग समिति में महिलाओं ने मतदाता जागरूकता के लिये शपथ ली ।

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वोट देना सिर्फ एक अधिकार नहीं है, यह लोकतंत्र का एक मूलभूत स्तंभ है- श्रीमती सुरज डामोर ।
पंतजलि महिला योग समिति में महिलाओं ने मतदाता जागरूकता के लिये शपथ ली ।

झाबुआ ।  विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए पतजंली महिला योग समिति स्थानीय कालिका माता मंदिर परिसर स्थित पतलंजी महिला योग केन्द्र में विश्व मांगल्य सभा की प्रदेशाध्यक्ष पूर्व आईएएस अधिकारी श्रीमती सूरज डामोर ने उपस्थित सभी महिला सदस्याओं को मतदाता जागरूकता अभियान के तहत प्रत्येक मतदाता को शत प्रतिशत मतदान करने के लिये शपथ दिलवाई । श्रीमती डामोर ने मतदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि लोगों को मतदान के प्रति प्रेरित करना हम सब का नैतिक दायित्व है जिससे मत प्रतिशत बढ़ सके। उन्होने कहा कि योग समिति की सभी बहिने गाईडलाइन का पालन करते हुए लोगों को मतदान का महत्व बताएं। उन्होने निष्पक्ष मतदान कराने के लिए उपस्थित सभी सदस्याओ को शपथ दिलवायी कि हम, भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते है कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाये रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगें ।
श्रीमती डामोर ने मतदान का महत्व बतलाते हुए कहा कि वोट देना सिर्फ एक अधिकार नहीं है, यह लोकतंत्र का एक मूलभूत स्तंभ हजो नागरिकों को अपने देश के भविष्य को आकार देने का अधिकार देता है। आसन्न चुनाव में, वोट डालने का कार्य अत्यधिक महत्व रखता है, क्योंकि यह लाखों लोगों के सपनों, चिंताओं और आकांक्षाओं को आवाज देता है। इस महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य का पालन करके, प्रत्येक नागरिक बेहतर भारत की दिशा में काम करते हुए परिवर्तन का एजेंट बन जाता है। हमारे देश भारत में मतदान का बहुत महत्व है, जो देश के लोकतांत्रिक ढांचे को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत अपने जीवंत लोकतंत्र के लिए प्रसिद्ध है, जो अपने नागरिकों की सक्रिय भागीदारी पर पनपता है। मतदान समावेशिता, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करता है, जो देश की पहचान का अभिन्न अंग हैं। वोट देने के अपने अधिकार का प्रयोग करके, नागरिक इन लोकतांत्रिक सिद्धांतों को संरक्षित और मजबूत करने में योगदान देते हैं।
इस अवसर पर पंतजलि महिला योग समिति की प्रमुख सुश्री रूकमणी वर्मा ने कहा कि मतदान व्यक्तियों को उनके दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय और चिंताएँ व्यक्त करने की अनुमति देता है। यह निर्वाचित प्रतिनिधियों को उनके कार्यों और निर्णयों के लिए जवाबदेह बनाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। वोट देकर, नागरिकों के पास नीतियों को प्रभावित करने और राष्ट्र की दिशा तय करने की शक्ति होती है। उन्होने आगे कहा कि भारतीय संविधान में निहित मौलिक अधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण में मतदान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चुनावों में सक्रिय रूप से भाग लेकर, नागरिक यह सुनिश्चित करते हैं कि उनकी आवाज सुनी जाए, और बोलने, अभिव्यक्ति, धर्म और समानता की स्वतंत्रता के उनके अधिकारों की रक्षा की जाए।
इस अवसर पर महिला योग समिति की बहिने बडी संख्या में उपस्थित रही तथासभी ने शपथ लेकर मतदाता जागरूकता में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का संकल्प व्यक्त किया ।

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