मामला बुधवार दोपहर का है। सरकारी अस्पताल में सबकुछ सामान्य था लेकिन इसी दौरान एक दर्जन से ज्यादा लोग अस्पताल में आए। ढोल-नगाड़े बजाए और तलवार लहराकर अपने परिवार के एक साल पहले मृत व्यक्ति की आत्मा को ले जाने का अंधविश्वास का खेल शुरु कर दिया। करीब एक घंटे तक ये ड्रामा चला जिससे अस्पताल में भर्ती दूसरे मरीज परेशान तो हुए ही साथ ही डर के कारण सहमे भी रहे।
मूक दर्शक बने रहे अस्पताल के अधिकारी-कर्मचारी
हैरानी की बात तो ये है कि अस्पताल में हो रहे अंधविश्वास के इस खेल को देखकर अस्पताल के अधिकारी और कर्मचारी भी मूक दर्शक बने रहे। किसी ने भी अंधविश्वास को रोकने की कोशिश नहीं की। आपको ये बात जानकर और भी हैरानी होगी कि लोग बताते हैं कि यहां अस्पताल में इस तरह का ये पहला वाक्या नहीं है इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं यहां हो चुकी हैं।