जन्म दिनांक भारतीय पंचांग के अनुसार भी अंकित किए जाए
JHABUA /आत्म निर्भर भारत के राष्ट्रीय संयोजक ओम शर्मा ने शान्तिकुंज, हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलसचिव से अनुरोध किया है की विश्विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के अभिलेख में उनके जन्म दिनांक भारतीय पंचांग के अनुसार भी अंकित किए जाए। इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षा में भारतीय ज्ञान परंपरा के समावेश किए जाने पर विशेष जोर दिया गया है साथ ही देश को विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में लाने के लिए प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने जनता के लिए जो पञ्च प्रण प्रतिपादित किए है उसमे भी गुलामी के प्रतिको से मुक्ति हेतु विशेष आव्हान किया है।
भारतीय पंचांग भी पूर्णतः वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित होकर बीते हुए अनंत काल से लेकर आने वाले अनंत वर्षो तक प्रत्येक पल की सटीक गणना उपलब्ध कराता है, हम अपने सारे तीज त्यौहार भारतीय पंचाग के आधार पर ही मनाते हैं यहां तक की पूर्वजों के श्राद्ध भी तिथि अनुसार ही करते है लेकिन हम अपना जन्मदिन अंग्रेजी तारीख के अनुसार मनाते है। इसी परिप्रेक्ष्य में कुलसचिव से अनुरोध किया है की विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के अभिलेख में उनके जन्मदिवस भारतीय पंचांग अनुसार भीअंकित किए जाने से इस वैज्ञानिक काल गणना को जन मान्यता मिलेगी। इसी संबंध में आपने बताया की शारदा समूह झाबुआ की शिक्षण संस्थाओं में विद्यार्थी एवं शिक्षक अपने जन्मदिवस भारतीय पंचांग के अनुसार ही मनाते है।