जिला अस्पताल: गड्ढों के झटके, दर्द दे रहे मरीजों को
जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर हो या आईसीयू वार्ड या फिर सिटी स्केन रूम तक पहुंचना है तो जिस रास्ते का उपयोग किया जाता है उस रास्ते में सात से आठ स्थानों पर सड़क के मध्य गड्ढानुमा नालिया पड़ती है, जिसमें से सुबह से रात तक कई मरीज व्हील चेयर और स्ट्रेचर पर परिजन और वार्ड के साथ आना जाना तो करते है, लेकिन जान हथेली पर लेकर, क्योंकि रास्तों में हो रहे गड्ढों में बार-बार व्हील चेयर और स्ट्रेचर के पहिया फंस जाते हैं।
मरीजों को लगते झटके दर्द से कराहते हैं
यह बात अलग है कि जिस रास्ते से मरीजों को लाया और ले जाया जाता है, वहीं सामने डाक्टर्स के भवन भी बने हुए है, जिम्मेदारों की अनदेखी का खामियाजा मरीजों के साथ उनके परिजनों को भी उठाना पड़ रहा है। बुधवार सुबह मरीज को ले जा रहे परिजन देवीलाल और बसंतीबाई ने बताया कि सिटी स्केन कराने के लिए ले गए थे, सड़क गड्ढे होने के कारण परेशानी आती है, पहिये फंस जाते है तो झटके लगने पर मरीज को दर्द में दर्द होता है, और निकालने में पहिया निकालने में भी मुश्किल होती है।
मरीजों परिजन ही लाते ले जाते
कई बार तो मरीजों के साथ वार्डबॉय तक नहीं होने पर परिजनों को ही मशक्कत कर जैसे-तैसे जांच कराकर गंभीर मरीजों को आईसीयू व ट्रामा सेंटर वार्ड तक या फिर सिटी स्केन के लिए लाना ले जाना पड़ रहा है, जिन्हे स्ट्रेचर और व्हील चेयर भी चलाना नहीं आती।
नहीं सुधरी आईसीयू की छत
जिला अस्पताल के आईसीयू में मंगलवार को भर्ती मरीजों के पलंग के मध्य छत से प्लास्टर उखड़कर आ गिरा, जो बुधवार शाम तक नहीं सही किया। यथावत स्थिति में पीवीसी लटका हुआ है। आईसीयू प्रभारी पुष्पेंद्रसिंह ने बताया कर्मचारी आकर देख गए है, गुरुवार को सुधारेंगे। आईसीयू के सामने हो रहे गड्ढों के संबंध में मैने वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है।(SABHAR DAINIK PATRIKA)