झाबुआ

भाजपा का फर्जी पेसा कानून आदिवासियों को जमीन पर मूल अधिकार देने  के बजाय बेघर किया जा रहा है: डॉ विक्रांत भूरिया* *आदिवासियों  को जल जंगल जमीन अधिकार न देते हुए आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही सरकार*

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*भाजपा का फर्जी पेसा कानून आदिवासियों को जमीन पर मूल अधिकार देने  के बजाय बेघर किया जा रहा है: डॉ विक्रांत भूरिया*
*आदिवासियों  को जल जंगल जमीन अधिकार न देते हुए आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही सरकार*
झाबुआ : बीजेपी सरकार का खोखला पेसा एक्ट  कानून  जो कांग्रेस सरकार ने पहले ही लागू किया था उस कानून को तोड़ मरोड़ कर दोबारा लागू कर आदिवासियों को गुमराह कर उनका मखौल उड़ाया जा रहा है क्षेत्रीय विधायक प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि भाजपा सरकार जन विरोधी सरकार होते हुए गरीब आदिवासियों  भी विरोधी सरकार साबित हो रही है जिसका ताजा उदाहरण झाबुआ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बोरी  मे  देखने को मिला जहां  कई आदिवासी खेती कर अपना जीवन यापन कर रहे थे वन विभाग व प्रशासनिक   अमले ने  भाजपा सरकार के आदेश से उनका जीना दूभर कर दिया बरसों से जमीन पर खेती कर रहे आदिवासियों   की जमीन और झोपड़ों पर जेसीबी चला दी गई एक आदिवासी महिला जो 40 वर्षों से जमीन पर  काबीज होकर अपने  बच्चो परिवार के साथ जीवन यापन कर रही थी  वन विभाग और प्रशासनिक अमला डंपर और जेसीबी लेकर उसके आशियाना को उजाड़ने के लिए पहुंचा ऐसी स्थिति में एक महिला ने बेबस होकर कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ा उन्होंने कहां की भाजपा एक तरफ कहती है कि पेसा एक्ट कानून के तहत हम जल  जंगल जमीन अधिकार  वन विभाग की जमीन पर काबिज लोगों को देंगे यह उनका फर्जी कानून खोखला साबित हुआ है जमीन पर मूल मालिकाना हक देने के बजाय उन्हें प्रताड़ित कर उन्हें बेघर किया जा रहा है जिसे  कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेगी

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