झाबुआ

डॉ चन्चल का अद्भुत हिन्दी लेखन   जिसका कई भाषा में अनुवाद*

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डॉ चन्चल का अद्भुत हिन्दी लेखन   जिसका कई भाषा में अनुवाद*
 झाबुआ~~मध्य प्रदेश झाबुआ की महान साहित्य हस्ती डॉ रामशंकर चंचल की सेकड़ों उपलब्धि है उसमें एक महत्वपूर्ण यह भी है कि उनका हिन्दी भाषा में लिखा साहित्य , कविता, लधु कथा, गीत आदि का अनेक अनेक भाषा में अनुवाद हुआ है जो सचमुच देश मेंएक बेहद दुर्लभ है तमिल, सिंधी, बन्गला   गुजराती, मराठी  भोजपुरी  , भीली,  उर्दू अंग्रजी के साथ विश्व की भी कुछ भाषा में अनुवाद हुआ है श्री लंका में वहाँ की भाषा में भी उनकी  गीत कविता आदि का अनुवाद हुआ हैइतना ही नहीं तमिल भाषा में,  बंगाली भाषा में और अंग्रजी भाषा में उनकी रचनाओं को स्वर भी मिला हैतमिल में उनकी कई कविता और लधु कथा का अनुवाद हुआ और अंग्रजी में भी कई कविता और लधु कथा का अनुवाद हुआ है अंग्रजी में तो लधु कथा का प्रथम श्रेणी प्रकाशक द्वारा निकली है जिसकाअनुवाद पुलकिताआनंद द्वारा किया गया है वही तमिल भाषा में अनेक रचनाओं का अनुवाद संत एस कृष्णन द्वारा किया गया हैहिन्दी में लिखे उनके साहित्य पर सचमुच गर्व होता है कि जो इतना सार्थक और महत्वपूर्ण है कि उनका अनेक भाषा में अनुवाद के साथ स्वर भी दिया गया हैसचमुच देश को गर्व है डॉ चंचल के हिन्दी साहित्य पर जिसने पूरे देश में विश्व में हिन्दी भाषा को गर्व दिलाया हैवन्दनीय है झाबुआ आदिवासी आंचलिक भूमि जहाँ डॉ चन्चल जैसे साहित्य साधक का जन्म हुआ जिसने पुरा जीवन इसी नेक काम करने में हिन्दी के विकास में लगा दिया है !

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