झाबुआ

पतंजलि  महिला योग समिति द्वारा 29 वां स्थापना दिवस मनाया गया । पतंजलि योग पीठ की स्थापना के बाद 5 हजार साल पुरानी योग विद्या को गांव-गांव और विकसित देशों के नागरिकों के बीच लोकप्रिय बनाने का काम किया गया-रूकमणी वर्मा योग, कर्म-योग को उनके जीवन का हिस्सा बनाकर दिव्यता एवं दिव्य जीवन से युक्त किया है-श्रीमती सूरज डामोर

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पतंजलि  महिला योग समिति द्वारा 29 वां स्थापना दिवस मनाया गया ।
पतंजलि योग पीठ की स्थापना के बाद 5 हजार साल पुरानी योग विद्या को गांव-गांव और विकसित देशों के नागरिकों के बीच लोकप्रिय बनाने का काम किया गया-रूकमणी वर्मा
योग, कर्म-योग को उनके जीवन का हिस्सा बनाकर दिव्यता एवं दिव्य जीवन से युक्त किया है-श्रीमती सूरज डामोर
झाबुआ ।महिला पतंजलि योग समिति द्वारा योग पीठ के गौरवशाली 29वां स्थापना दिवस को कालिका माता मंदिर के धर्मशाला पर हर्षोज्जरा के साथ मनाया गया। महिला पतजंलि योग समिति कीे जिला अध्यक्ष कुमारी रुक्मणी वर्मा द्वारा उद्बोधन में बताया गया कि परमपूज्य गुरुदेव बाबा रामदेवजी द्वारा पतंजलि योगपीठ की स्थापना 29 वर्ष पूर्व की गई थी उसके बाद अलग-अलग समितियांे का गठन किया गया और आज वह एक वट वृक्ष के रूप में हरिद्वार में स्थापित है तथा शाखाओं के रूप में प्रत्येक जिले में समितियां स्थापित है । उन्होने बताया कि बाबा रामदेव व आचार्य बालकृष्ण ने 5 जनवरी 1995 को स्थापना की थी। पतंजलि योग पीठ की स्थापना के बाद 5 हजार साल पुरानी योग विद्या को गांव-गांव और विकसित देशों के नागरिकों के बीच लोकप्रिय बनाने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि ंिसंधु घाटी सभ्यता की योगासन करती मूर्तियों से पता चलता है कि जब विभिन्न सभ्यता-संस्कृतियां विकसित हो रही थी, तब भारत में एक समृद्ध जीवनशैली जीने के लिए ऋषि-मुनि कई प्रयोग कर रहे थे।इस अवसर पर महामंत्री श्रीमती सूरज डामोर ने भी अपने संबोधन में कहा कि पतंजलि योग समिति ने आधुनिक युग में योग को जन-जन तक घर-घर तक पहुंचाया है। आध्यात्मिकता के साथ वैज्ञानिकता का समन्वय किया है। चिकित्सा के क्षेत्र में सैकड़ों रोगों को पूर्णतः क्योर करके आयुर्वेद का मान विश्व पटल पर स्थापित किया है। दुव्र्यवहार, दोष दुर्बलताओं एवं परिधिनताओं से मुक्त करने का कार्य पतंजलि योगपीठ ने किया है । साथ ही योग, कर्म-योग को उनके जीवन का हिस्सा बनाकर दिव्यता एवं दिव्य जीवन से युक्त किया है। भारत के 600 जिले, 5000 तहसील तथा 2.5 लाख गांव में संगठन का विस्तार किया है। श्रीमती सूरज डामोर द्वारा भारत स्वाभिमान पर प्रकाश डालाएवं स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना हेतु कहानी के माध्यम से बताया गया ।
मधु जोशी संगठन मंत्री एवं समिति के कर्मठ कार्यकर्ता महेंद्र गहलोत, कुमारी रुक्मणी वर्मा एवं कोषाध्यक्ष ज्योति जोशी द्वारा मां सरस्वती का पूजन एवं शुभम करोति कल्याणम आरोग्यम सुख संप्रदाय मंत्र के द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया । मीडिया प्रभारी कल्पना रानी द्वारा ’’सुस्वागतम सुस्वागतम’’ गीत की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर तहसील कोषाध्यक्ष श्रीमती माया पवार, मीडिया प्रभारी भावना टेलर, विनीता टेलर,तहसील संगठन मंत्री जरीना अंसारी, कर्मठ कार्यकर्ता शिवांगी गुप्ता, सरिता तंबोली, शशि त्रिवेदी, लता गुप्ता,श्रीमती देवकन्या सोनगरा, लक्ष्य परमार, हेमा परमार, सुनिता माली, ममता जैन,करूणा दीदी आदि उपस्थित रहे तथा सभी ने संकल्प लिया कि योग एवं यज्ञ एवं स्वदेशी वस्तुओं को अपने जीवन में उपयोग करेंगे साथ ही नगर वासी झाबुआ शहर के सभी भाई बहनों से अनुरोध किया है कि प्रातः 6.00 बजे कालिका माता मंदिर की धर्मशाला के ऊपर योग हेतु अवश्य ही पधारे । पूरा झाबुआ शहर स्वस्थ रहे, निरोग रहे रोज योग करें और मौज करें । उन्होने आवाहन किया हम सभी ने एक दूसरे को 29 वां वर्ष पूरा होने पर बधाइयां दी गई एवं मिठाइयों का वितरण किया ।

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