झाबुआ

स्वामी विवेकानंद जी के विचार और कार्य आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं-डा.नीलिमा चैहान । राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को उन युवाओं को उजागर करने के लिए मनाया जाता है जो हमारे देश का भविष्य हैं- महेन्द्र शर्मा । खुद को कमजोर और असहाय समझना ही सबसे बड़ा पाप है। स्वयं को मजबूत बनाएं-श्रीमती प्रफुल्ल शर्मा । गुडमार्निग क्लब ने मनाया राष्ट्रीय युवा दिवस,सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम अभ्यास किया

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स्वामी विवेकानंद जी के विचार और कार्य आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं-डा.नीलिमा चैहान ।
राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को उन युवाओं को उजागर करने के लिए मनाया जाता है जो हमारे देश का भविष्य हैं- महेन्द्र शर्मा ।
खुद को कमजोर और असहाय समझना ही सबसे बड़ा पाप है। स्वयं को मजबूत बनाएं-श्रीमती प्रफुल्ल शर्मा ।
गुडमार्निग क्लब ने मनाया राष्ट्रीय युवा दिवस,सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम अभ्यास किया ।


झाबुआ ।
स्वामी विवेकानंद का जन्म दिवस गुड मार्निंग क्लब के महिला एवं पुरूष सदस्यों द्वारा बडी संख्या में प्रातः 7 बजे एकत्रित होकर कालेज ग्राउंड पर उल्लास के साथ सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम योगाभ्यास क्लब सदस्या डा. निलीमा चैहान के मार्ग दर्शन में करवाया गया। क्लब के अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंदजी का जन्म दिवस युवा दिवस के रूप में मनाया गया । इस अवसर पर डाक्टर निलीमा चैहान ने क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के विचार और कार्य आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। विवेकानंद के अनमोल और प्रेरणादायक विचार युवाओं को प्रोत्साहित करते हैं। यही कारण है कि, स्वामी विवेकानंद की जयंती यानी 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है।संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 1985 को “अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष” घोषित किया गया था। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार ने घोषणा की थी कि सन 1985 से हर वर्ष 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिन के रूप में मनाया जाए। इस संदर्भ में भारत सरकार का विचार था कि स्वामी जी का दर्शन, उनका जीवन तथा कार्य एवं उनके आदर्श भारतीय युवकों के लिए प्रेरणास्रोत साबित हो सकते हैं। योगासन के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है, तथा समूहिक रूप से सूर्य नमस्कार किया जाता है। इसी कडी में युा दिवस पर सूर्यनमस्कार एवं योगासन का आयोजन किया गया है।


क्लब के अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा ने विवेकानंद जी के बारे मे संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 1863 में 12 जनवरी को जन्में स्वामी विवेकानन्द एक दार्शनिक, भिक्षु और शेष विश्व को वेदांत और योग से परिचित कराने वाले एक प्रभावशाली व्यक्ति थे। उनकी शिक्षा आध्यात्मिक सद्भाव, सहिष्णुता और प्रत्येक व्यक्ति में देवत्व की पहचान के सिद्धांतों में गहराई से जुड़ी थीं। राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को उन युवाओं को उजागर करने के लिए मनाया जाता है जो हमारे देश का भविष्य हैं और स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाने के लिए जिन्होंने हमेशा देश के युवाओं को प्रेरित किया और देश के विकास में युवाओं के सही उपयोग के बारे में बात की।


जिला योग समिति की सदस्या श्रीमती प्रफुल्ल शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विवेकानंदजी ने कहा था कि उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक आपको अपने लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए। खुद को कमजोर और असहाय समझना ही सबसे बड़ा पाप है। स्वयं को मजबूत बनाएं। किसी भी व्यक्ति को कोई ज्ञानी या आध्यात्मिक नहीं बना सकता है। स्वामी विवेकानंद अपने ओजपूर्ण और बेबाक भाषणों के कारण काफी लोकप्रिय हुए, खासकर युवाओं के बीच। यही कारण है कि उनके जन्मदिन को पूरा राष्ट्र ‘युवा दिवस’ के रूप में मनाता है. स्वामी विवेकानंद का नाम इतिहास में एक ऐसे विद्वान के रूप में दर्ज है, जिन्होंने मानवता की सेवा को अपना सर्वोपरि धर्म माना। स्वामी विवेकानंद का रोम रोम राष्ट्रभक्ति से ओत प्रोत था। स्वामी जी मानवता की सेवा एवं परोपकार को ही भगवान की सच्ची पूजा मानते थे. स्वामी विवेकानंद को यु्वाओं से बड़ी उम्मीदें थीं। उन्होंने युवाओं को धैर्य, व्यवहारों में शुद्धता रखने, आपस में न लड़ने, पक्षपात न करने और हमेशा संघर्षरत रहने का संदेश दिया। आज भी वे कई युवाओं के लिए प्रेरणा के स्त्रोत बने हुए हैं। आज भी स्वामी विवेकानंद को उनके विचारों और आदर्शों के कारण जाना जाता है।

 
करीब एक घण्टे से अधिक समय तक क्लब के सभी सदस्यों ने राष्ट्रीय युवा दिवस पर कालेज ग्राउंड पर योगाभ्यास एवं योगासन प्राणाम किया तथा सभी ने एक स्वर में सकल्प लिया कि वे नियमित रूप से  योगासन करके जीवन का आरोग्यमय बनायेगें ।

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