मकर संक्रांति पर श्रीकृष्ण गौ सेवा सदन में होगा गोमाताओं का 56 भोग का अनुष्ठान ।
नगरवासियों से अधिकाधिक संख्या में धर्मलाभ लेने की अपील की गई ।
झाबुआ । सोमवार को मकर सक्रांति के पावन पर्व पर झाबुआ नगर के इतिहास में प्रथम बार गौमाताओं का 56 भोगो से अर्चन होने जा रहा है। मंदिर में जब 56 भोग होते है तो मूल देवता को ही भोग लगता है, परंतु गौमाताओं को 56 लगाने 5 देवता गणेश, सूर्य, महादेव, विष्णु और दुर्गा, ऋग्वेद के 33 कोटि (प्रकार) देवता और सुमचे आस्तित्व को भोग लग जाता है। इसलिए गौमाता के लिए कहा जाता है गाय माता ही विश्व की माता है। उक्त जानकारी देते हुए गौशाला संचालक प्रवेश शाह ने बताया कि मकर संक्रांति के पावन पर्व पर 15 जनवरी सोमवार को प्रातः 9.00 बजे पहली बार झाबुआ शहर के ग्राम चारोली पाड़ा में गौ माता के लिए 56 भोग का आयोजन गौशाला समिति द्वारा किया जा रहा है । जिसमें कन्हैया लाल राठौड़, दयानंद , पाटीदार ,छोगालाल मालवी, रमेश मालवी, सुरेश काठी और नगर के गणमान्य श्रद्धालुओं का अनुकरणीय सहयोग मिल रहा है। मकर संका्रति के पान अवसर पर प्रातः 9 बजे से श्रीकृष्ण गौसेवा सदन चारोलीपाड़ा गौशाला पर पधार कर अखिल ब्रह्माण्ड जननी गौमाता का 56 भोगो से अर्चन का दर्शन व सेवा कर धर्म लाभ ले । समिति के प्रितेश शाह धर्मप्रेमियों ने अनुरोध किया कि इस अभिनव गाय माता के 56 भोग कार्यक्रम में से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रह कर धर्मलाभ प्राप्त करें ।