RATLAM

कपास उत्पादक कृषकों का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सम्पन्न~~शीतलहर के दृष्टिगत कलेक्टर द्वारा निकायों को निर्देश जारी

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कपास उत्पादक कृषकों का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सम्पन्न

रतलाम /  रतलाम जिले में पिछले कई सालों से कपास उत्पादन को लेकर CITI CDRA द्वारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सैलाना बाजना व रतलाम के ग्रामों में उत्तम कपास उत्पादन हेतु विभिन्न स्तरों पर परियोजना संचालित की जा रही है।

सैलाना के ग्राम डाबीखौरा में कृषि विभाग के आत्मा व कपास परियोजना के तहत एक उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ जिसमें क्वालिटी कपास उत्पादन पर विस्तृत जानकारी दी गई। आत्मा के बीटीएम श्री हेमंत मेहसन, परियोजना अधिकारी श्री राकेश पाटीदार ने प्रशिक्षण दिया। जैविक कृषि विशेषज्ञ श्री सुनील व्यास ने कृषि में कम लागत व जैविक उत्पादन पर विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण में परियोजना के श्री गजेन्द्र सिंह चौहान, श्री राजेन्द्र डामोर सहित कपास उत्पादक बढ़ी संख्या में उपस्थित रहे।

शीतलहर के दृष्टिगत कलेक्टर द्वारा निकायों को निर्देश जारी

रतलामकलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री भास्कर लाक्षाकार द्वारा बेघर तथा इसी प्रकार के व्यक्तियों के शीत लहर (शीतघात) के प्रकोप से बचाव के लिए नगरी निकायों तथा जनपद पंचायत को निर्देश जारी किए गए हैं।

रतलाम जिले में आसपास के राज्य, जिलों से दैनिक मजदूरी कार्य हेतु अधिक संख्या में श्रमिकों का आना-जाना लगा रहता है। अधिकांश श्रमिक, भिक्षुक एवं निःशक्जन फुटपाथ तथा खुले क्षेत्रों में रहने से वर्तमान में जारी शीतलहर (शीतघात) के प्रभाव से उनके स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। साथ ही जनसमुदाय को शीत लहर (शीतघात) के प्रकोप से बचाव हेतु उचित व्यवस्था की जाना आवश्यक है।

कलेक्टर द्वारा जिले की समस्त नगरीय निकायों व जनपद पंचायतों को निर्देशित किया गया है कि जारी शीतलहर को देखते हुए बेघर, प्रभावित लोगों को आश्रयगृहों, रेन बसेरा में स्थानांतरित किया जाए। ऐेसे स्थलों को चिन्हित किया जाए जहाँ बेसहारा एवं बेघर श्रमिक व्यक्ति सड़क, मैदान, खुले क्षेत्रों में पाए जाने पर अलाव की व्यवस्था की जाए। रेल्वे स्टेशन, बस स्टेण्ड, टैक्सी, आटो, मैजिक स्टेण्ड, आदि सार्वजनिक वाहन स्थलों के साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की जावें।

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