झाबुआ। जिले से गुजरते नेशनल हाईवे 47 पर, इन दिनो बायोडीजल और केमिकल का अवैध कारोबार दिन दुगुनी रात चोगुनी की तर्ज पर विकास कर रहा हैं । और यह काले कारोबार रात के अंधेरे से लेकर दिन के उजाले तक, देवझीरी से लेकर पिटोल तक बिना किसी अनुमति के संचालित किए जा रहे हैं । पूर्व मे बायोडीजल के अवेध कारोबारीयो ने जगह जगह पर अघोषित पम्प लगा दिये गये थे । तो प्रशासन ने सख्ती की तब कहीं नियंत्रण लगा । लेकिन एक बार फिर बायोडिजल, काला डामर ,आईल और केमिकल का अवैध व्यापार नेशनल हाईवे पर फिर से संचालित किया जा रहा है । लेकिन प्रशासन जानकर भी अंजान….?
फुलमाल के आसपास देवझीरी मे जी 3 ढाबे आसपास तो पिटोल बैरीयर के समीप तो पिटोल मे गुजर रहे हाईवे पर स्थित सुनसान जगह पर कही चाय की दुकान की आड मे तो कही ढाबे की आड मे रात मे यह काला कारोबार फिर से संचालित होने लग गया है अंदर खाने की खबर रखने वाले बताते है कि केमिकल और काले डामर की टैकर रात मे यहां पर भरते है ओर सुबह ही निकल पडते है अपने गतव्य पर अंदर खाने की खबर रखने वालो यह भी बताते है कि काले डामर को बनाने लिए डोलामाइट का भी जमकर उपयोग किया जा रहा है आश्चर्य की बात तो यह की इस घटीया क्वालीटी के डामर का उपयोग जिले मे बनने वाली सडको मे किया जा रहा है ओर सबसे आश्चर्य यह है की जिम्मेदार अधिकारी इसे क्वालीटी चेक मे पास भी कर रहे है इस बात से ही साफ है कि हाईवे पर अवैध रूप से काम करने वाले के सुत्र विभागों में इतने मजबूत है कि यदि कोई इन पर कार्यवाही करने का थोडा सा भी प्रयाश करे तो विभाग के ही विभिषण इन तक खबर पहुचा देते है और हाईवे पर काला कारोबार करने वाले संचालक उस जगह से गधे के सिर से सिंग की तरह गायब हो जाते है।
आखिर पुलिस पेट्रोलिंग क्या कर रही है
हाइवे पर कहा तो यह जाता है विभिन्न थाना ओर पुलिस चोकियो की पुलिस पेट्रोलिंग करती है इसके अनुसार तो पिटोल मे पिटोल पुलिस चोकी की पुलिस झाबुआ कोतवाली थाना क्षैत्र मे झाबुआ कोतवाली पुलिस ओर माछलीया मे माछलीया ओर कालीेदेवी मे कालीदेवी पुलिस रात मे रोड गश्त करती है उसके बाद भी नेशनल हाईवे पर अवेध रूप से संचालीत हो रही इस प्रकार की गतिविधियो पर पुलिस की नजर नही पड रही है ना गजब की बात कुल मिला कर नेशनल हाईवे 47 पर एक बार फिर धिरे धिरे कर अवैध गतिविधियो को चालू कर माल सूता जा रहा है यदि पुलिस इस और गंभीरता से ध्यान दे तो बडे मामले को उजागर कर सकती है। नही तो किसी दिन अवेध धन्धे बाजो की जरा सी गलती से बडा हादासा होगा उसके बाद प्रशासन निंद से जाग कर कार्यवाही करेगा