झाबुआ

महिला एवं बाल विकास विभाग में सहायक संचालक के स्थानांतरण होने के बाद भी मलाईदार पद का मोह खत्म नहीं हो रहा

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झाबुआ – जिले में अधिकारी/ कर्मचारियों की मनमानी कार्यशैली इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है जहां शासकीय कर्मचारी मध्य प्रदेश शासन द्वारा दिए गए आदेशों को मानने को तैयार नही । महिला एव बाल विकास विभाग में सहायक संचालक के स्थानांतरण आदेश होने के बावजूद भी , स्टे अवधि खत्म होने के बाद भी , अब तक उस अधिकारी ने रिलीव नहीं किया है । क्या जिला कलेक्टर को इस तरह के आदेशों की जानकारी नहीं….?

जानकारी अनुसार महिला एव विकास विभाग में उपसचिव अजय कटेसरिया ने. पत्र क्रमांक 1629/1307172 / 2023 / 50-1 दिनांक 4 अगस्त को 17 अधिकारी/ कर्मचारियों के स्थानांतरण आदेश जारी किए थे । इस आदेश के तहत जिले मे पदस्थ सहायक संचालक बालू सिंह सस्तिया,. कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी जिला झाबुआ का स्थानांतरण भी , कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी जिला सागर किया गया था । इस आदेश के तहत सहायक संचालक झाबुआ चार नंबर पर है । लेकिन 4 अगस्त को आदेश होने के बाद भी यह अधिकारी अभी भी झाबुआ जिले मे इसी पद पर कार्य कर रहा है । जबकि नियम अनुसार स्थानांतरण आदेश होने के पश्चात रिलीव करना. होता है और नवीन पदस्थापना पर ज्वाइन करना होता है । सूत्रो से यह भी पता चला है कि इस अधिकारी ने शासन के इस आदेश के विरुद्ध स्टे भी लिया था । लेकिन अब तो स्ट अवधि भी समाप्त हो चुकी है वही इस अधिकारी ने अब तक महिला एव बाल विकास विभाग म.प्र.शासन के उपसचिव द्वारा दिए गए आदेश का पालन नहीं किया है । इस तरह यह अधिकारी मध्य प्रदेश शासन द्वारा जारी किए गए आदेशों की अवहेलना कर रहा. हैं । स्थानांतरण आदेश होने के पांच माह बीत जाने के बाद भी अब तक आदेश का पालन नहीं हुआ है जो की जांच का विषय है.। आखिर क्यों.. यह अधिकारी इस पद को छोड़ना नहीं चाहता है क्या इस अधिकारी को मालईदार पद का मोह खत्म नहीं हो रहा है । प्रश्न यह हैं कि आखिर क्यों यह अधिकारी मध्य प्रदेश शासन द्वारा आदेशों को नजर अंदाज कर रहा है । प्रश्न यह भी है क्या जिला कलेक्टर को भी के इस तरफ के आदेशों की सूचना है या नहीं…..? क्या शासन प्रशासन इस और ध्यान देकर इस तरह के म.प्र.शासन द्वारा जारी किए गए स्थानांतरण आदेशों का पालन करवायेगा या फिर यह सब यू ही चलता रहेगा ।

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