झाबुआ – राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जिला झाबुआ के अंतर्गत विकासखंड पेटलावद में पदस्थ विकासखंड लेखा प्रबंधक सिविल अस्पताल पेटलावद की कार्यप्रणाली को लेकर सीएचओ संगठन ने बीएमओ को पत्र के माध्यम से ब्लाक लेखा प्रबंधक (BAM)की कार्यप्रणाली से अवगत कराते हुए कठोर एवं दंडात्मक कार्रवाई की मांग की । मांग नहीं मानने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात भी आवेदन में कहीं । वही आशा कार्यकर्ताओं ने भी कुछ दिन पूर्व ब्लॉक लेखा प्रबंधक की कार्यप्रणाली से परेशान होकर आवेदन दिया था ।
जानकारी अनुसार 10 फरवरी को मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पेटलावद को सीएचओ संगठन ने एक पत्र के माध्यम से विकासखंड लेखा प्रबंधक की ( BAM )कार्य प्रणाली को बताते हुए कहा ….कि संगठन का एक दल वेतन एवं पीबीआई के भुगतान के विषय पर चर्चा करने हेतु स्वास्थ्य केंद्र पेटलावद आया । उक्त दल ने ब्लॉक लेखा प्रबंधक मैडम से इस विषय पर चर्चा की । इसी दिन शाम को ब्लॉक लेखा प्रबंधक के पति चंद्रेश द्वारा दल के एक सदस्य को फोन पर अपशब्दों का प्रयोग करने की बात कही तथा यह भी कहा कि ब्लॉक लेखा प्रबंधक मैडम को आपके कारण अनकंफर्टेबल फील होता है । संगठन के सदस्यो ने आवेदन मे यह भी बताया कि समस्त संविदा कर्मचारी पिछले 1 वर्ष से लगातार वेतन विसंगति के कारण प्रभारी बीएमओ को ज्ञापन देते आए हैं । किंतु समस्या का निराकरण नहीं होता है इसलिए 9 फरवरी को भी सीएचओ दल समस्याओं के निराकरण के लिए कार्यालय आए थे । लेकिन अपनी गलतियों को दबाने के लिए ब्लॉक लेखा प्रबंधक मैडम के पति द्वारा इस तरह से आरोप प्रत्यारोप करने का संगठन द्वारा घोर विरोध एवं निंदा की गई । अपने आवेदन में उन्होंने ब्लॉक लेखा प्रबंधक और उनके पति चंद्रेश पर दंडात्मक कारवाई करने की मांग की है । तथा उनकी मांग या आवेदन पर यदि कारवाई नहीं की जाती है तो सीएचओ संगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात भी कही ।
वही 7 फरवरी को भी समस्त आशा कार्यकर्ताओं ने भी विकासखंड लेखा प्रबंधक की कार्यप्रणाली को लेकर मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी पेटलावद को पत्र के माध्यम से उनकी कार्यप्रणाली बताते हुए ,.उनके स्थान पर अन्य कर्मचारी की नियुक्ति की बात कही । आशा कार्यकर्ताओं ने अपने आवेदन में बताया 1. कि कुछ आशाओं को माह दिसंबर 2023 का भुगतान कर दिया है लेकिन अधिकांश आशाओं को कम या बिल्कुल भी भुगतान नहीं हुआ है । 2. आशा कार्यकर्ताओं के कई सारी एक्टिविटीज का भुगतान नहीं किया गया है जिससे की प्रतिमाह हमारे कार्य आधारित प्रोत्साहन राशि बहुत ही काम प्राप्त हो रही है । 3. आशाओं को माह जुलाई 23 दिसंबर 23 तक का भुगतान अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है । जिससे हमें आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । 4. पिछले कुछ वर्षों में आशाओं की एक्टिविटीज में फंड नहीं होकर , हमें ब्लाक लेखा प्रबंधक पेटलावद द्वारा हमेशा टाल दिया जाता है जिसकी वजह से हमारा बहुत सारा फंड बाकी है जिसको विकासखंड अकाउंट मैनेजर द्वारा आज दिनांक तक नहीं किया गया है हमें केवल आश्वासन दिया जाता है ।5. हर बार फंड का हवाला देकर यह कह दिया जाता है कि आगे भुगतान होगा । किंतु यह समस्या 2021 से ब्लाक लेखा प्रबंधक की पदस्थापना की बाद से ही बनी हुई है । 6.कई आशाओं का भुगतान इनके द्वारा निरस्त भी किया गया है । उन्होंने अपने आवेदन में यह भी बताया कि हम आशा कार्यकर्ता विकासखंड कार्यालय के चक्कर काट कर और ब्लाक लेखा प्रबंधक के कार्य से परेशान हो चुकी है हमें इनके पास चक्कर लगाकर काफी पैसा और समय बर्बाद कर दिया है जिससे हमें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । उन्होंने अपने आवेदन में बीएमओ से निवेदन करते हुए लिखा है कि ब्लाक लेखा प्रबंधक के स्थान पर किसी अन्य कर्मचारी से कार्य करवाने की बात कही व.उक्त कर्मचारी इस स्थान पर पदस्थ नहीं होने की बात कही ।
क्या शासन प्रशासन इस और ध्यान देकर सीएचओ.संगठन व आशा कार्यकर्ताओं द्बारा दिए आवेदन को लेकर कोई कारवाई करेगा या फिर यह ब्लॉक लेखा प्रबंधक यूं ही मनमानी करती रहेगी और इसका पति यूं ही मनमर्जी करता रहेगा…..।