वसंत पंचमी पर हुआ काव्य पाठ _____________________________ झाबुआ / अखिल भारतीय साहित्य परिषद के बैनरतले वसंत पंचमी के अवसर पर द्वारिकाधीश भवन में काव्य पाठ का आयोजन वरिष्ठ साहित्यकार पंडित गणेश प्रसाद उपाध्याय के मुख्यातिथ्य, अखिल भारतीय साहित्य के जिलाध्यक्ष साहित्यकार भेरूसिंह चौहान “तरंग” की अध्यक्षता में किया गया।सर्व प्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित उपस्थित अतिथियों एवं साहित्यकारों ने किया। सरस्वती वंदना के साथ ही भजन मधुर कंठ से चंद्रराज शर्मा ने प्रस्तुत किए। सभी अथितियो और साहित्यकारों का अंग वस्त्र से अभिनन्दन किया गया।कैलाशचंद्र जैन ने अपनी नई कविता सुनाई। प्रवीण कुमार सोनी “पुष्प” ने राष्ट्र भक्ति से ओत प्रोत गीत के साथ ही बच्चों की रचना सुनाकर सबका मन मोह लिया। विनोद पाल ने भी अपनी बात पटल पर रखी। भेरूसिंह चौहान”तरंग” ने भी अपनी स्वरचित रचना “ऋतु वसंत की आई” और “हे हंस वाहिनी,वेद धारिनी ज्ञान का दीप जला दो – मानवता का पाठ पढ़े सब ऐसा मंत्र बता दो” अपने अंदाज़ में सुनाई और वाह वाही लूटी। पंडित गणेश प्रसाद उपाध्याय ने मां सरस्वती के वृतांत पर महत्वपूर्ण जानकारी के साथ ही वसंत ऋतु और देश भक्ति रचना प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। इस अवसर मां सरस्वती के साथ शारदा स्वर संगीत के संस्थापक चंद्रराज शर्मा को अंग वस्त्र और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन कवि प्रवीण कुमार सोनी ने किया । आभार भेरूसिंह चौहान “तरंग” ने माना। इस अवसर पर उपस्थित बच्चों को प्रसाद एवं चॉकलेट का वितरण किया गया।