झाबुआ – मंगलवार को आज जनसुनवाई में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के कर्मचारियों ने समय पर मानदेय प्राप्त नहीं होने को लेकर, तथा स्वास्थ्य शिविर में सहायक संचालक द्वारा गलत शब्दों का प्रयोग करने तथा समस्याओं के निराकरण हेतु दिए गए, आवेदन पर सहायक संचालक द्वारा कहना ….काम करना हो तो करो…. नहीं तो इस्तीफा दो…. नौकरी छोड़ दो । इस तरह के शिकायती आवेदन को लेकर कर्मचारियों ने जनसुनवाई में आवेदन दिया और समस्यो के निराकरण हेतु निवेदन किया ।
जानकारी अनुसार दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अल्प मानदेय भोगी कर्मचारी द्वारा जिला कलेक्टर को जनसुनवाई में आवेदन दिया गया , जिसमें बताया गया कि जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के कर्मचारी का मानदेय प्रत्येक एक या दो माह बीत जाने के उपरांत जमा होता है । जबकि सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण संचालनालय मध्यप्रदेश भोपाल के पत्र क्रमांक/ दिस10 /2020/ 1138-39 दिनांक 29 मई 2020 एवं पत्र क्रमांक/ दिसश-2 / एफ-110/ 2023- 24/ 2197-98 दिनांक 2 अगस्त 23 के अनुसार केंद्र के कर्मचारी को समय पर मानदेय उपलब्ध करवाने हेतु आवश्यक प्रक्रिया का उल्लेख किया गया है । केंद्र के द्वारा उक्त दर्शित प्रक्रिया का पालन कर समय पर आवश्यक दस्तावेज जिला कार्यालय को प्रस्तुत कर दिए जाते हैं । उसके उपरांत भी हम सभी कर्मचारियों को समय पर मानदेय प्राप्त नहीं होने से हमें पारिवारिक जिम्मेदारियां के निर्वाहन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है । साथ.ही हम कर्मचारियों द्वारा केंद्र में हम अपने निहित दैनिक कर्तव्यो एवं वरिष्ठालय द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में कर्तव्य का निर्वहन करते हैं जिसके फल स्वरुप केंद्र को दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है । आवेदन मे यह भी बताया कि वरिष्ठ कार्योंलय द्वारा जिले में दिव्यांगजनों के हितार्थ आयोजित किए जाने वाले शिविरों में केंद्र के कर्मचारी पूरे मनोयोग से सौंपे गए ,दायित्वों का निर्वहन करते हैं । इन शिविरो में उपस्थित होने के लिए केंद्र के पास वाहन है जो कि वर्तमान में ड्राइवर नहीं होने के कारण संचालित नहीं है । ऐसी स्थिति में शिविर आयोजित करने वाले विभाग ( सर्व शिक्षा विभाग अभियान, शिक्षा विभाग) केंद्र के कर्मचारीयो के एवं उनके साथ परिविहित होने वाले उपकरणों के लिए वाहन उपलब्ध करवाते हैं । जिससे कि कर्मचारी निर्धारण शिविर स्थल पर समय से में संसाधनों के उपस्थित हो सके । इसी कड़ी में कार्यालय कलेक्टर ( सामाजिक न्याय )जिला झाबुआ के आदेश क्रमांक/ 2023- 24/ 205-06/ दिनांक 17 फरवरी 2023 के पालन में राणापुर में आयोजित स्वास्थ्य शिविर के लिए 18 फरवरी को निर्धारित समय से पूर्व शिविर में जाने हेतु दिव्यांग केंद्र पर उपस्थित होकर हमारे संसाधनों के साथ तैयार थे। परंतु वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण हम शिविर में समय पर उपस्थित नहीं हो सके । वहां हेतु पूर्व में भी जिला अधिकारी महोदय को अवगत कराया गया था किंतु कोई सुनवाई नहीं की हुई । उपरांत शिविर में सहायक संचालक महोदय द्वारा स्टॉल पर गलत शब्दों का इस्तेमाल कर , हमें कहां ….की तुम कोई अधिकारी हो जो तुम्हें वहां उपलब्ध करवाया जाए । तुम बस से या अपने अपने साधनों से आते । हमने उन्हें अपने साथ मशीनों इत्यादि के बारे में बताया ।तथा यह भी निवेदन किया कि हमें गत माह का मानदेय प्राप्त नहीं हुआ है । तो वह हमेशा की तरह हमें कहते हैं कि…. काम करना हो तो करो…. नहीं तो इस्तीफा दे दो …..नौकरी छोड़ दो….. जिसको बताना है बता दो …..जिसको लिखकर देना है वहा दे दो ……। उन्होंने अपने आवेदन में यह भी कहा कि किसी जिला अधिकारी का अपने अल्प मानदेय भोगी कर्मचारी के प्रति इस प्रकार की भाषा एवं व्यवहार उनकी असंवेदनशीलता को दर्शाती है । जबकि वह दिव्यांग जनों के सशक्तिकरण हेतु जिला अधिकारी हैं । इस प्रकार के व्यवहार से वे प्राय: केंद्र के कर्मचारियों को प्रताड़ित करते रहते हैं। उपस्थित कर्मचारियों ने समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करने हेतु जनसुनवाई में आवेदन दिया । इस आवेदन देने के दौरान मयूर वेश्यपायन ,अरुण महाकुड ,भूपेंद्रसिंह पवार, प्रवीण भबोर, शहनाज खान, राम बहादुर पटेल, महेश देवदा, दलसिंह आदि उपस्थित थे ।