ग्रीष्म के मद्देनजर कलेक्टर श्री बाथम ने नल जल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की****स्वास्थ्य संस्थानों में जीडीएम दिवस का आयोजन किया गया***सफलता की कहानी – जल जीवन मिशन ने हल किया ग्राम लसूडिया नाथी का जल संकट पानी आने से गांव में आई खुशहाली***सफलता की कहानी – अमृत सरोवर के बन जाने से हमारी भूमि सिंचित हो गई अब हम गेहूं, सरसों, लहसुन भी उत्पादित कर रहे हैं****सरकार के पहले तीन माह वित्तीय प्रबंधन की दृष्टि से उपलब्धि पूर्ण रहे :मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रधानमंत्री श्री मोदी के सम्मान में पीएम श्री के नाम से आरंभ हो रही हैं पर्यटन और धार्मिक क्षेत्र के लिए हवाई सेवाएं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री परिषद की बैठक से पहले किया संबोधित
ग्रीष्म के मद्देनजर कलेक्टर श्री बाथम ने नल जल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की
रतलाम 14 मार्च 2024/ जिले में जारी ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने गुरुवार को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अन्तर्गत क्रियान्वित नल जल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर कक्ष में आयोजित बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री अमन वैष्णव, जिला वनमण्डलाधिकारी श्री डी.एस. निगवाल, महाप्रबंधक जल निगम श्री के.एस. कलम, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री गोविंद भूरिया आदि उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए की ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए जिले के ग्रामीण क्षेत्र में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पेयजल आपूर्ति पर फोकस करें। किसी भी योजना में किसी तकनीकी त्रुटि के कारण व्यवधान नहीं आये, ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति सतत जारी रहे। जिला कंट्रोल रूम जिले के ग्रामीण क्षेत्र में योजनाओं के संचालन की सतत मॉनिटरिंग करें, विभाग का मैदानी अमला अन्य विभागों से समन्वय के साथ कार्य करें। कलेक्टर द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत विभाग की उन योजनाओं की जानकारी ली गई जिनके पुनरीक्षण के साथ प्रशासकीय स्वीकृति अपेक्षित है।
बताया गया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिला लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 374 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं, इनमें से 309 योजनाएं पूर्ण कर ली गई है। इनमें से 231 योजनाएं ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित कर दी गई है, प्रगतिरत योजनाओं की संख्या 59 है। इसी प्रकार जल जीवन मिशन के अंतर्गत जल निगम द्वारा गांधी सागर समूह पेयजल योजना, मझोड़िया समूह जलप्रदाय योजना तथा माही ग्रामीण समूह जलप्रदाययोजना पर कार्य किया जा रहा है। माही योजना के तहत जिले के विकासखंड बाजना के 27, सैलाना के 219, पिपलोदा के 90, जावरा के 145 तथा रतलाम विकासखंड के 151 ग्रामों में जल उपलब्ध करवाया जाएगा, योजना का सर्वेक्षण कार्य जारी है। इसी तरह मझोडिया योजना में भी सर्वेक्षण जारी है, इस योजना में बाजना विकासखंड के 193, सैलाना के 18 तथा रतलाम विकासखंड के एक गांव में जल आपूर्ति की जाएगी। शासन की महत्वाकांक्षी गांधीसागर समूह जल प्रदाय योजना के अंतर्गत जिले के विकासखंड आलोट के 191 ग्रामों में जलापूर्ति की जाएगी। आलोट के 11 गांवों में कार्य पूरा हो चुका है।
भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिकों की संतानों हेतु स्कूल छात्रवृत्ति योजना
रतलाम 14 मार्च 2024/ भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मण्डल अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों की संतानों के लिए स्कूल छात्रवृत्ति योजना प्रारंभ की गई है जिसका उद्देश्य पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की संतानों की स्कूली शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करना है। श्रम पदाधिकारी ने बताया कि इस उद्देश्य से मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल, सीबीएसई से मान्यता प्राप्त किसी शासकीय, अर्द्धशासकीय, निजी विद्यालयों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं द्वारा पूर्व के शैक्षणिक सत्र में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक तथा न्यूनतम 50 प्रतिशत उपस्थिति होने की स्थिति में छात्रवृत्ति हेतु योजनांतर्गत आवेदन किया जा सकता है।
सम्प्रेक्षण गृह के बालकों को दिया जीवन कौशल प्रशिक्षण
रतलाम 14 मार्च 2024/ बाल देखरेख संस्था सम्प्रेक्षण गृह में सेंन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के निदेशक श्री मुकेश कुमार एवं अधीक्षक सम्प्रेक्षण गृह श्री एच.एस अरोरा द्वारा बालकों को वित्तीय प्रबंधन का जीवन कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया। बालकों को बैंक में खाता खोलने से लेकर वित्तीय लेनदेन की आवश्यक जानकारी दी गई। साथ ही वित्तीय धोखाधडी से अवगत कराते हुए अपने वित्तीय लेनदेन के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी गई। श्री मुकेश कुमार द्वारा बालकों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान श्री हरीश शर्मा भी उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य संस्थानों में जीडीएम दिवस का आयोजन किया गया
रतलाम 14 मार्च 2024/ मातृ एवं शिशु चिकित्सालय तथा ग्रामीण क्षेत्रो के स्वास्थ्य केन्द्रों पर जी.डी.एम. जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिले की समस्त स्वास्थ्य संस्थानों में जेस्टेशनल डायबिटीज माईलाईटिस की निशुल्क जांच एवं प्रबंधन किया जाता है। गर्भावस्था के दौरान खून में शक्कर की मात्रा बढ़ जाती है, जिसे जीडीएम कहते हैं।
जीडीएम के कारण गर्भावस्था के दौरान गर्भवती मां एवं गर्भस्थ शिशु को कई प्रकार के खतरे होने की आशंका रहती है जैसे शिशु के खून में शक्कर कम होना, गर्भपात हो जाना, आगामी भविष्य में मां एवं शिशु को शक्कर की बीमारी होने की संभावना रहती है। एमसीएच अस्पताल रतलाम में कार्यरत जीडीएम की नोडल अधिकारी डॉक्टर सोनल ओहरी ने बताया कि एमसीएच अस्पताल में जीडीएम की जांच एवं प्रबंधन निशुल्क किया जा रहा है, इस संबंध में गर्भवती महिलाओं को जीडीएम एवं इसके बारे में जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम का आयोजन जफाईगो एवं वर्ल्ड डायबिटीज फेडरेशन के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम के अवसर पर डॉ. वर्षा कुरील, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. ममता शर्मा, डॉ. सुधा राजावत, डॉ. सुनीता गामड़, डॉ. प्रीति रायकवार, डॉ. सरिता खंडेलवाल, नर्सिंग ऑफिसर भावना एवं डिप्टी मीडिया अधिकारी सरला वर्मा आदि उपस्थित रहे।
सफलता की कहानी –
अमृत सरोवर के बन जाने से हमारी भूमि सिंचित हो गई
अब हम गेहूं, सरसों, लहसुन भी उत्पादित कर रहे हैं
रतलाम 14 मार्च 2024/ जिले में अमृत सरोवर सिंचाई से वंचित किसानों की भूमि को सिंचित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अब तक 75 अमृत सरोवरों का निर्माण जिले में हुआ है। जिले के जावरा विकासखंड के ग्राम बनवाड़ा में वर्ष 2022 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत अमृत सरोवर का निर्माण किया गया। इससे गांव की 12.30 हेक्टेयर भूमि अतिरिक्त रूप से सिंचित होने लगी है। इसका फायदा गांव के 11 किसानों को मिला है।
आसपास पर्याप्त पानी होने से अब किसान लहसुन, सरसों, गेहूं की फसल लेने लगे हैं। जहां पहले कम पानी होने के कारण मात्र चना, अलसी ले पाते थे, वहीं इस वर्ष अमृत सरोवर के निर्माण से लहसुन, सरसों, गेहूं की फसल भी लेने लगे हैं। किसान कन्हैयालाल ने बताया कि अमृत सरोवर के बन जाने से हमारी भूमि सिंचित हो गई है। दशरथ का कहना है कि यह परियोजना हमारे लिए बहुत लाभदायक है। अमृत सरोवर में मछली पालन करने की योजना भी समुदाय के साथ बनाई जा रही है। किसान ने बताया कि अमृत सरोवर के नजदीक के क्षेत्र में भूजल भंडारों में भी वृद्धि हुई है जिसके कारण कुओं में साल भर पानी रहेगा। फसलों को पर्याप्त पानी मिलने से प्रति हेक्टेयर 4 से 5 क्विंटल की फसल उत्पादन वृद्धि मिल रही है।कन्हैयालाल इस अभिनव योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते है।
सफलता की कहानी –
जल जीवन मिशन ने हल किया ग्राम लसूडिया नाथी का जल संकट
पानी आने से गांव में आई खुशहाली
रतलाम 14 मार्च 2024/ शासन के जल जीवन मिशन ने जिले के पिपलौदा विकासखण्ड के ग्राम लसुडिया नाथी का जल संकट समाप्त कर दिया है। गांव में पानी आया है तो गांव वालों के चेहरे पर खुशहाली आई है। जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दुरस्थ चिकलाना पंचायत के ग्राम लसूडियानाथी में जल जीवन मिशन से 42 लाख रुपए लागत की नल जल योजना से गांव के 121 घरों में पानी पहुंच रहा है।
योजना से पूर्व गांव में पानी की बहुत बड़ी समस्या थी। महिलाओं को पानी लाने के लिए संघर्ष करना पड़ता था। घर से दूर लगे हैंडपंप से पानी लाती थीं। ग्राम की श्रीमती कारीबाई पति बद्रीलाल हरि ने बताया कि गर्मी में जल स्तर नीचे हो जाने की वजह से आसपास के हैंडपंप बंद हो जाते थे। ऐसे में कलालिया फन्टे से साइकिल पर रख के पानी लाना पड़ता था।
12वीं कक्षा के छात्र राजेंद्र सिंह ने बताया कि पहले हमारा पूरा परिवार पानी लाने में लगा रहता था। हम भाई-बहन भी पानी लाने के काम में लगे रहते थे इस कारण ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाते थे। स्कूल जाने में लेट हो जाते थे किंतु जल जीवन मिशन की इस योजना से प्रतिदिन घर पर पर्याप्त मात्रा में पानी मिलने लगा है। अब हमें पानी लाने की चिंता नहीं रहती और हम भाई बहन ठीक से पढाई कर रहे हैं। जल जीवन मिशन की योजना से ग्राम की श्रीमती श्यामूबाई, तुलसी प्रजापत, श्री गुड्डू सिंह, श्री भागीरथ, श्री घनश्याम सिंह आदि सभी लोग बहुत प्रसन्न है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।
सफलता की कहानी –
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बढाया उन्नति की ओर कदम
रतलाम 14 मार्च 2024/ राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अन्तर्गत गठित स्वसहायता समूहों ने समृद्धि की ओर कदम बढाते हुए सिलाई का कार्य आरम्भ किया। कृष्णा विहार कालोनी रतलाम की कृष्णा स्वयं सहायता समूह द्वारा शहरी क्षेत्र में गृह उद्योग कार्य की शुरूआत कर उन्नति की ओर कदम बढाया है।
स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अंकिता यादव बताती हैं कि नगर पालिक निगम द्वारा सपना स्वयं सहायता समूह को 10 हजार रुपए ऋण राशि आवर्ती निधि के रुप मे प्रदान की गई जिससे समूह की महिलाओं ने सिलाई का व्यवसाय आरम्भ किया। प्राप्त ऋण राशि से सभी महिलाओं को रोजगार प्राप्त हुआ। साथ ही नगर पालिक निगम द्वारा 1 लाख 50 हजार रुपए की ऋण राशि भी दी गई जिससे समूह की महिलाओं ने सिलाई मशीनें तथा सिलाई के काम में आने वाली सामग्री क्रय की।
अंकिता बताती हैं कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं रोजगार मिलने से काफी खुश है, उनकी आर्थिक स्थिति भी अब शनैः-शनैः पटरी पर आ रही है तथा जरुरत की सामग्री भी प्राप्त हो रही है। समूह की महिलाएं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव को धन्यवाद देती है, उनके द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से महिलाओं में एक नई शक्ति का संचार हुआ है। अंकिता का मोबाइल नम्बर 9302430056 है।
सरकार के पहले तीन माह वित्तीय प्रबंधन की दृष्टि से उपलब्धि पूर्ण रहे :मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रधानमंत्री श्री मोदी के सम्मान में पीएम श्री के नाम से आरंभ हो रही हैं पर्यटन और धार्मिक क्षेत्र के लिए हवाई सेवाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री परिषद की बैठक से पहले किया संबोधित
रतलाम 14 मार्च 2024/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्री परिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में कहा कि राज्य शासन के प्रथम तीन माह (लगभग 100 दिन) वित्तीय दृष्टि से उपलब्धि पूर्ण रहे हैं। तमाम अटकलों के बावजूद राज्य शासन द्वारा कोई भी योजना बंद नहीं की गई है। राजस्व और पूंजीगत व्यय की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए राज्य शासन के पास पर्याप्त वित्तीय संसाधन उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक मंत्रालय में वंदे मातरम के गान के साथ आरंभ हुई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजस्व संग्रहण से जुड़े विभागों से अपेक्षा की कि वे इस वर्ष के वित्तीय लक्ष्य तथा प्रथम तिमाही के लक्ष्य को भी शत प्रतिशत प्राप्त कर उपलब्धि दर्ज कराएं। पूंजीगत कार्यों में मार्च माह में अब तक, खर्च में कमी परिलक्षित हो रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले लक्ष्य के अनुसार खर्च सुनिश्चित किया जाए। पर्याप्त वित्तीय तरलता उपलब्ध है, विभाग प्रतिदिन समीक्षा कर लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें। विशेष रूप से जल संसाधन, एनवीडीए, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगरीय विकास एवं आवास तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित की जाए। डॉ मोहन यादव ने कहा कि इस अवधि में वित्तीय संसाधनों का किसी प्रकार का अभाव नहीं होगा, इससे कार्यों की गति और उन्हें पूर्णता तक पहुंचाने के लिए सघन मॉनिटरिंग की आवश्यकता होगी। इससे सरकार का परफॉर्मेंस जनता के सामने आएगा और विभागों की अपनी साख भी बनेगी। प्रभावी वित्तीय प्रबंधन के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार इस स्थिति में आई है, सभी विभाग इस उपलब्धि के लिए बधाई के पात्र हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अंतर राज्य हवाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में हवाई सेवा आरंभ की जा रही है। ग्वालियर और जबलपुर के लिए यह सेवा आज से आरंभ होगी, जिसका विस्तार सागर, रीवा, रतलाम तथा अन्य स्थानों पर किया जाएगा। जहां-जहां हवाई पट्टी और यात्रियों की उपलब्धता होगी वहां यह सुविधा शीघ्र आरंभ होगी। यह समय की मांग भी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को सुविधाजनक बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए हवाई सेवा आरंभ की जा रही है। प्रारंभिक रूप से इंदौर को केंद्र बनाते हुए उज्जैन तथा ओम्कारेश्वर के लिए हवाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। दोनों हवाई सेवाओं का नाम यशस्वी प्रधानमंत्री के नाम पर रखते हुए पीएम श्री रखा गया है। इससे धार्मिक पर्यटन व बढ़ने के साथ-साथ बड़े शहरों से कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने 100 दिन की अवधि में राज्य शासन की इन उपलब्धियां के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। मंत्री परिषद के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का अभिवादन किया।