झाबुआ

आओ पता लगाए:- आखिर क्यों पीआईयू द्वारा भवन निर्माण के बीम कालम में बड़े-बड़े क्रैक्स आने के बाद भी और सीएम राइस स्कूल की निविदा प्रक्रिया में गलत जानकारी देने की शिकायत के बाद भी , कारवाई नहीं की जा रही है….?

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झाबुआ – झाबुआ जिले में पीडब्ल्यूडी पीआईयू विभाग की गैर जिम्मेदाराना कार्य प्रणाली के कारण ठेकेदार की मनमानी का आलम जारी है पीडब्ल्यूडी पीआईयू द्बारा साढे 3 करोड़ से अधिक की लागत से बनाए गए, अतिरिक्त कक्ष के निर्माण कार्य के बीम-कालम मे बड़े-बड़े क्रैक्स और दीवारों में दरारें आने के बाद भी कारवाई नहीं की गई । साथ ही साथ संबंधित ठेकेदार द्वारा सीएम राइस स्कूल की निविदा प्रक्रिया में भी गलत जानकारी देने के आरोप को लेकर शिकायत भी हुई , लेकिन जांच नहीं हुई । कहीं विभाग द्वारा भाजपा की छवि को धूमिल करने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा हैं ।

सीएम राईज स्कूल निर्माण की निविदा में गलत जानकारी को लेकर सीएम से हुई शिकायत
जिले में बन रही सीएम राईज स्कूल भवन निर्माण कार्यों में जारी की गई निविदाओं में जानकारी छुपाकर टेंडर लेने का एक मामला सामने आया है। लोक निर्माण पीआईयू के माध्यम से कल्याणपुरा में बन रही सीएम राईज के ठेकेदार पर तथ्य छुपाने का आरोप लगा है। निविदा क्रमांक 303966-1 में धार के ठेकेदार अजय अग्रवाल पर गलत जानकारी दे कर टेंडर लेने का आरोप है, जिसकी षिकायत राधेष्याम पटेल ने सीएम मोहन यादव से की है, इधर विभागीय अधिकारीयों ने ऐसी किसी भी शिकायत की जानकारी ना होने की बात कहीं है। जानकारी छुपाने की शिकायत सीएम के साथ निर्माण मंत्री, प्रमुख सचिव लोक निर्माण सहित प्रमुख अभियंता (भवन) लोक निर्माण को शिकायत भेजी है। शिकायत में धार के ठेकेदार अजय अग्रवाल पर बीड कपैसिटी एनेक्चर आई में गलत जानकारी अंकित करने का आरोप लगाया है। शिकायत में कहा गया कि अजय अग्रवाल ने दुसरे विभागों में चले रहे कार्यो की जानकारी नहीं दी गई। उनके द्वारा नेशनल प्रोजेक्ट निर्माण निगम लिमिटेड की निविदा क्रमंक 2022-एनपीसीसी-119073-1 की जानकारी छुपाई है, जो कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है। निविदा क्रमांक 2023-पीडब्ल्यूपीआईयू – 301810-1 बैतुल, और निविदा क्रमांक एमपीबीडीसी भोपाल की निविदा क्रमांक 2023-एमपीबीडीसी-248459-1 तिरला जिला धार की जानकारी भी छुपाई। शिकायत में कहा गया कि सभी काम एल 01 रहे अजय अग्रवाल द्वारा एक्जेक्टिंग कमेटी में नहीं बताए गए। इन मामलों की जानकारी मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी पीआईयू इंदौर की जानकारी में भी है, बावजूद इसके संबंधित ठेकेदार पर कार्यवाही ना करते हुए ठेकेदार की निविदा में फायनेंशियल बीड स्वीकार कर , उन्हें जिले में काम दिया गया। विभाग ने पूर्व में इसी ही एक शिकायत पर निविदा क्रमांक 2023-पीडब्यूडीपीआईयू – 303966-1 रजला जिला झाबुआ की सीएम राईज स्कूल भवन की निविदा निरस्त कर , नई निविदा बुलाई थी। सवाल यह उठता है कि यदि शिकायत पर रजला की बिल्डिंग की निविदा निरस्त की गई , तो कल्याणपुरा सीएम राईज स्कूल भवन की निविदा को निरस्त क्यों नहीं किया गया । यह भी आरोप लगाया कि संबंधित ठेकेदार द्वारा बीड कैपेसिटी एवं विभाग को ₹100 के शपथ पत्र में दी गई जानकारी CORRUPT PRACTICE की श्रेणी में आती है । यह भी आरोप लगाया की मुख्य अभियंता द्वारा शिकायत को नजर अंदाज कर संबंधित ठेकेदार को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है जो की जांच का विषय है । वही शिकायतकर्ता ने विभागीय अधिकारियों से ठोस कार्यवाही ना करने पर प्रकरण को न्यायालय में ले जाने की बात कहीं है।

वहीं हमने पूर्व खबरों में भी बताया था कि किस प्रकार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय हेतु छह अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य में पीडब्ल्यूडी पीआईयु द्वारा किया गया निर्माण कार्य के बीम कालम में बड़े-बड़े क्रैक्स और दीवारों में दरारें देखने को मिल रही है । जिसको लेकर खबरों का प्रकाशन भी हुआ । लेकिन अब तक कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिल रही है । वही सीएम राइस स्कूल की निविदा प्रक्रिया में भी फर्म विशेष को लाभ देने की शिकायत भी हुई है । प्रश्न यह भी है कि आखिर क्यों पीआईयू विभाग द्वारा फर्म विशेष को लेकर खबरों के प्रकाशन और.शिकायत को नजरअंदाज किया जा रहा है । कही पीडब्ल्यूडी पीआईयू द्धारा भाजपा सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है । कार्य प्रणाली से स्पष्ट नजर है कि फर्म विशेष या व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है । वही आगामी दिनों में चुनाव है और इस तरह के ज्वलंत मुद्दों से भी चुनाव पर विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है । एक तरफ भाजपा विकास की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ उनके अधीनस्थ कर्मचारी विकास कार्यों में दरार डालने का प्रयास कर रहे हैं क्या भाजपा और जिला प्रशासन इस ओर ध्यान देगा…..?

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