डॉ रामशंकर चंचल की प्रेम कविता कृति, अहसास, के एलबम का विमोचन किया जज श्री सिंह ने*
झाबुआ ! झाबुआ उषा राज साहित्य अकादमी के बेनर तलेआज सुबह दस बजे डॉ रामशंकर चंचल की ताजा प्रेम की कविता की कृति अहसास का विमोचन कार्यक्रम की शुरुवात माँ सरस्वती पूजा आराधना करते हुए मुख्य अतिथि श्री एडिशनल सिविल जज बंधन सिंहजी और उनकी पत्नी श्रीमती मनजीत सिंह जी के कर कमलों से हुआविमोचन करते हुए, श्री बंधन सिंह जी ने कहा कि, प्रेम की पावन सोच, चिंतन पर रची या कहे मन आत्मा से निकली ये वो सहज सरल मन को छू जाती कविता है जो तमाम पाठकों को अच्छी लगेगी ही इसमें कोई दो मत नही, प्रेम की अद्भुत सकरात्मक ऊर्जा देती सहज जीवन्त ये कविता सचमुच कालजयी कविता कहीं जायेगी मै डॉ चंचल जी को इस सार्थक कृति के लिए बधाई और शुभ कामना देता हूँ श्रीमति ने भी डॉ चंचल को बधाई दी इसी अवसर पर उपस्थिति अन्य सभी मित्रों ने बधाई देते हुए कृति का स्वागत किया और आगे भी और कृतियों की अपेक्षा की शुभ कामना दी, आयोजन का सफ़ल संचालन किया श्री भावेश त्रिवेदी ने अंत में अकादमी की रानु चतुर्वेदी ने सभी का आभार व्यक्त किया