झाबुआ — परिवहन अधिकारी द्वारा जन संपर्क विभाग के एक प्रेस नोट द्वारा बताया गया की परिवहन अधिकारी में अनाधिकृत नंबर प्लेट पर कार्यवाही की गई जिसमे लगभग 10 गाड़ियों का चालान बनाया गया जो सिर्फ दिखावे की कार्यवाही है। अगर परिवहन अधिकारी अपने कार्यालय के बाहर ही निकल कर जांच करे तो सैकड़ों गाड़ियों में अनाधिकृत नंबर प्लेट मिल जायेगी। परंतु सूत्र बताते है की परिवहन अधिकारी ऑफिस में सिर्फ कुछ समय के लिए ही आती है। और बाकी समय फील्ड में रहती है परंतु यहां यह प्रश्न उठता है की फील्ड में है तो वहा पर कारवाही करती है या नही यह विचारणीय है वही हम बात करे झाबुआ बस स्टेंड की तो यह पर दिनभर में कई बस और जीप यहां पर आती जाती है जिसमे आधे से ज्यादा बस और जीप पर अनाधिकृत नंबर प्लेट है और कई बसों में किराया सूची भी नही है कई बस संचालकों द्वारा निर्धारित किराए से अधिक किराया वसूला जा रहा है। जिसकी यदि जांच हो कई बस संचालक पर कार्रवाई हो सकती है लेकिन जिला परिवहन अधिकारी का कहना है कि आवेदन आने पर ही जांच की जाएगी
परंतु परिवहन अधिकारी को आज इन बसों पर कार्यवाही करते नजर नही आती है। और कभी आती भी है तो इक्का दुक्का बसों पर कारवाही करती है और चली जाती है जिससे यह भी प्रतीत होता है की बस वालो ने सब नियम ताक में रख दिए है।क्योंकि परिवहन अधिकारी जांच के लिए आती है तो उनके आने की सूचना पहले ही बसों के चालकों के पास पहुंच जाती हैं। वही बात करे हम दोपहिया वाहनों की तो झाबुआ नगर में बिना नंबर प्लेट के वाहन और अनाधिकृत नंबर प्लेट के वाहन हजारों की संख्या में संचालित हो रहे है नगर में सभी को नजर आते है पर परिवहन अधिकारी को नजर नही आते है और जाते जाते यह कहूंगा मैडम अगर आप सच में कार्यवाही करना चाहती है तो प्रेस का एक ग्रुप बनाओ और जाने से पहले उसमे बताओ की आज में फील्ड में किस स्थान पर जा रही हो और जिन जिन प्रेस वालो के नंबर ब्लाक कर रखे उनके नंबर अनलॉक करो फिर हम मानेंगे की आप सच में दिखावे की कार्यवाही नही करती हो।