जिले के कप्तान के ईमानदार होने से कुछ नही होता कप्तान तो चाहते है मेरे कार्यकाल मै आदिवासी बाहुल्य जिले से अधिक से अधिक बुराई का अन्त करू पर रानापुर के थाना और उसके अन्तर्गत आने वाली चौकीयाॅ के अन्तर्गत जितने अवैध व्यापार चलते है जिसकी कल्पनाशील से परे है चाहे जुआ सट्टा हो या शराब दोनो की कोई लिमिट नही है
जुए सट्टे मे उन सटोरिये को अन्दर करते है जो खेलते है खाईवाल पर तो ऑच तक नही आने देते है क्योकि लक्ष्मी यंत्रो के तले दबे हुए है
अवैध शराब तो ईतनी अधिक मात्रा मै बिकती है जितनी शराब के ठेकेदार की दुकान पर नही बिकती है
अवैध शराब व्यापारी सस्ते भाव मै धार जिले के राजगढ़ और आलीराजपुर से आसानी से लेकर आते है ज
इसका उदाहरण अभी रानापुर थाने के अंतर्गत टांडी ग्राम मै पकड़कर लाये वाहन से अन्दाजा लगाया जा सकता है
अवैध शराब परिवहन के लिए शराब माफियाओ ने रानापुर थाने का चयन किया ताकी किसी को रात के अंधेरे मै पता भी नही चले और वाहन निकल जाये
पुलिस स्टॉफ ने नाम नही बताने कि शर्त पर बताया कि वरिष्ठ अधिकारी के निदर्शन मै कुछ वाहन को गुजरात कि बार्डर तक छोडने जाना पड्ता है
जिले मै ईतने कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियो के बीच ईमानदार पुलिस अधीक्षक कैसे काम करेंगे