जोबट – आदिवासी समुदाय के बेहद सामान्य परिवार से आने वाले एक युवक के संकल्प की बदौलत ग्राम कंदा में माता रानी का आकर्षक मंदिर तैयार हो गया है। खास बात यह है कि मंदिर निर्माण के लिए युवक ने किसी से भी सहयोग राशि की मांग नहीं की , क्षेत्र में भगत (भक्त) के रूप में पहचाने जाने वाले युवक को माता रानी के भक्तों से सेवा कार्य के रूप में जो छोटी-छोटी राशि मिली , उसे ही जोड़कर मंदिर बनाया गया है , नगर से लगे ग्राम कंदा के भील फलिया निवासी ग्रामीण आदिवासी भक्त मुकाम मंडलोई भगत ने छह वर्ष पूर्व नवरात्र में एकाएक माता रानी की भक्ति प्रारंभ की थी। उस समय भगत ने गांव में ही मैया का मंदिर बनवाने का संकल्प भी लिया था। उसके बाद मुकाम छोटी-छोटी बचत करने लगे और इसे मंदिर निर्माण के लिए रखने लगे। करीब डेढ़ साल पहले मंदिर की नींव रखकर मंदिर का निर्माण शुरू करवाया , जो अब बनकर तैयार हो चुका है। जैसे ही नगर में आस्थावानों को इस बारे में जानकारी मिली , वे भगत की भक्ति की सराहना कर रहे हैं , प्राण प्रतिष्ठा दिन ही यहां मंदिर देखने के लिए भीड़ उमड़ने लगी है , आज मंदिर में मां चामुंडा की प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव नगर के पं. प्रमोद शर्मा के आचार्यत्व में हुआ , इससे पहले रविवार को शोभा यात्रा निकाली गईं , पश्चात रात्रि में श्री हरि सत्संग समिति द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के सभी कार्यक्रमों में अधिक श्रद्धालु सम्मिलित हुए , इस हेतु भक्त मुकाम द्वारा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी भी करवाई गईं , प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को सफल बनाने के लिए भक्त मुकाम के साथ अजमेरसिंह बामनिया , रोहित अजनार , दिलीप गुलसिह , इडा बामनिया , भूरला , जंगलिया मंडलोई , गुलाब मंडलोई , मनोज बामनिया , बसंत बामनिया , रवि बामनिया , मेहताब बामनिया , करणसिंह बामनिया , अर्जुन बामनिया , सचिन बामनिया सहित अन्य ग्रामवासी एवं भक्तगण सहयोग प्रदान किया ।