झाबुआ

बचपन और पचपन का समन्वय* की थीम को ध्यान मे रखकर बच्चो के लिए संस्कार शाला व समर केम्प प्रारम्भ

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दिनांक 18/4/24 गुरुवर से बच्चो के लिए संस्कार शाला व समर केम्प प्रारम्भ
  राम कृष्ण नगर स्थित बबलू संगीत व कला संस्था (BSKS) मे किया गया।

*बचपन और पचपन का समन्वय* की थीम को ध्यान मे रखकर
    मुख्य अतिथि पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अरविंद जी व्यास, शशिकांत  त्रिवेदी व मधुव्यास रहे।

बच्चों को तिलक लगाकर इस कार्यक्रम मे प्रवेश किया , अतिथि द्वारा मा सरस्वती का पूजन दीप  प्रज्वलन हुआ।
सरस्वती वंदना गीत उपस्थित सदस्य श्रद्धा जैन, ज्योति त्रिवेदी, सुनीता आचार्य व चंदा पँवार द्वारा सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया गया।

  अतिथियों का स्वागत निहारिका परमार, कल्पना राणे व उपस्थित पालको द्वारा माला व फूलों द्वारा किया गया।

अतिथि स्वागत भाषण व संस्था की जानकारी संचालिका श्रीमती भारती सोनी द्वारा दी गई।
विगत 15 वर्षो से प्रतिवर्ष  सतत इस तरह का समर केम्प संस्था  चलाती आई है जिसमे शहर के कई बच्चे इसका लाभ लेते आ रहे है।
  कोविड मे अवकाश के बाद इस वर्ष यह संस्कार शाला निशुल्क रखी गई है। इसमें संकल्प ग्रुप के सदस्यों ने अपनी  सेवा देने का भी संकल्प लिया है। कला का प्रशिक्षण देने मे इनका सहयोग रहेगा।

बच्चो को प्रेरणा गीत,
होंगे कामयाब (भारती सोनी द्वारा सिखाया गया।
जिसकी शानदार प्रस्तुति अतिथियों के सामने की गई।

पश्चात बच्चो को  अतिथि श्री अरविंद व्यास जी ने छोटी छोटी  बातो मे ही चार मित्रो की कहानी सुनाकर सत्य बोलने का महत्व व लाभ समझाये।साथ ही सच बोलने का संकल्प दिलवाया।

देशभक्ति गीत  सुनीता आचार्य द्वारा बच्चो के साथ सबने दोहराया।
श्री योगेंद्र सोनी द्वारा बच्चो को
खुश रहकर पढ़ाई और कला मे  आगे बढ़ने के टिप्स दिये।

पश्चात
बच्चो को एक एक कार्ड संस्था की और से दिया गया जिसमे  श्रद्धा जैन के निर्देश मे  गोला बनाकर अपनी कल्पना से विविध डिजाइन बनाकर सब ने पेंटिंग बनाकर दिखाई।
ज्योति त्रिवेदी और शबनम ने सब बच्चो को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देकर  बच्चो को प्रेरित किया कि पॉलीथीन थैली मे संस्था के कार्यक्रम मे सामग्री न लावे कपड़े की थैली साथ मे लावे।

अतिथि शशिकांत त्रिवेदी द्वारा दिये उद्बोधन  मे
घर मे बच्चो  में वृद्ध जन  के प्रति  परस्पर अपनत्व की भावना को बढ़ाना व उनकी आवश्यकताओं को ध्यान मे रखने की बात कही।
  संस्था की ओर से द्वारा बच्चो को चॉकलेट बिस्किट का वितरण किया गया।
भारती सोनी ने बताया कि इस निशुल्क संस्कार शाला मे बच्चो के नाम के राजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि  वैसे तो तय थी जिसमे 45 बच्चो उपस्थिति  हो गई है किंतु अब भी लगातार पालको के निवेदन आ रहे है जिन्हे मान्य कर बच्चो को प्रवेश दिया गया। लगभग 55 बच्चे अभी नामांकित हो गए है। जिनकी संख्या संभवतः बढ़ती रहेगी।
कार्यक्रम  मे अतिथियों के समक्ष  बच्चो ने प्रथम दिन भी एकल प्रस्तुतियां दी।
     कार्यक्रम मे  विशेष रूप से बच्चो की माताएं उपस्थित रही जिन्होंने संस्था के कार्यक्रम को सराहा।
कल्पना मुकाती,निहारिका परमार
ओमश्री सेंगर ,चंदा पँवार  विनीता सहित  सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा। भारती सोनी द्वारा  को संस्कार व कला द्वारा बच्चो मे विकास की इस मुहिम को आगे बढ़ाने मे सबके साथ का आव्हान किया गया।

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