झाबुआ

सही समय पर और सही सूचना देना हमारा सभी का मुख्य कार्य होता है- डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट शशिधर पिल्लई । पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को दिया गया सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण ।

Published

on

सही समय पर और सही सूचना देना हमारा सभी का मुख्य कार्य होता है- डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट शशिधर पिल्लई ।
पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को दिया गया सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण ।

झाबुआ। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की जानकारी एवं प्रशिक्षण देने के लिये पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय थांदला जिला झाबुआ में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट शशिधर पिल्लई व उनकी एसडीआरएफ टीम द्वारा लगभग 400 छात्र-छात्राओं को आपदा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर श्री पिल्लई छात्रों को बताया किं इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर सतर्क एवं मजबूत होना चाहिए तथा हमें अन्य जिलों व राज्यों के साथ भी पूरा तालमेल रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां भी आपदा प्रबंधन योजना अच्छी तरह तैयार होगी वहां पर अधिकारी भी पहले ही दिमागी तौर पर तैयार  है।

उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान लोगों को सही सूचना मिलनी चाहिए। इसके लिए विभिन्न प्रकार के मीडिया का प्रयोग अच्छी तरह से करना चाहिए। सही समय पर और सही सूचना देना भी हमारा सभी का मुख्य कार्य होता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम हमें प्रशासनिक स्तर पर अपडेट रखते हैं। उन्होंने छात्रों से आपदा से बचाव के लिए पूरी सजगता एवं सतर्कता बरतने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के आने से पहले या आपदा आने पर हमारा तंत्र जितना जल्दी अपनी जिम्मेदारी के अनुसार कार्य शुरू करेगा उतना ही जान और माल का कम नुकसान होगा।


पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय थांदला में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट शशिधर पिल्लई व उनकी एसडीआरएफ टीम ने उपस्थित छात्रों को उक्त प्रशिक्षण में डेमो देकर प्रत्यक्षतः सिखाया गया कि किस तरह पानी में डूब रहे व्यक्ति को बाहर निकाल फस्र्ट एड देकर उसकी जान बचाई जासकती है । वही भूकंप आने पर किस तरह आम लोगों को अपनी जान बचाना है।

आग लगने पर उसे प्रारंभिक स्टेज में ही बूझाकर किस तरह बड़ी दुर्घटना घटित होने से रोका जा सकता है । इसके अलावा घरेलू गैस सिलेंडर में आग लगने पर किस तरह बझाया जासकता है एवं अग्निशमन यंत्रों का उचित उपयोग कर तेल, गैस व बिजली की आग को कैसे बुझाया जा सकता है। साथ ही विभिन्न दुर्घटनाओं में हुए घायलों के परिवहन की इमरजेंसी मेथड्स व इंप्रोवाइज्ड तरीके से घायलों को ले जाने के लिए स्ट्रेचर बनाने तथा हार्ट अटैक आए व्यक्ति को किस तरह सीपीआर देकर उसकी जान बचाई जा सकती है, इन सभी का डेमो देकर प्रशिक्षित किया गया । इसके साथ ही साथ ही  छात्र-छात्राओं से भी प्रेक्टिल तरिके से इन सभी का अभ्यास कराया गया। कार्यक्रम में स्कूल की प्राचार्य श्रीमती भावना सेल , संस्था के अध्यापकगण व उनके परिवारजन तथा सिविल डिफेंस के डिवीजनल वार्डन द्विजेंन्द्र व्यास भी उपस्थित थे।


प्राचार्य श्रीमती भावना ने अपने उद्बोधन सिविल डिफेंस की प्रसंशा करते हुए कहा कि नागरिक रक्षा राज्य के उपायों के नागरिकों की रक्षा करने का प्रयास है, जो किसी भी व्यक्ति, संपत्ति, शत्रुतापूर्ण हमलों के खिलाफ जगह और आंतरिक गड़बड़ी के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए वास्तविक मुकाबले की राशि नहीं है। सिविल डिफेंस “सिविल डिफेंस एक्ट, 1968” के तहत फॉरेड किया गया है। नागरिक सुरक्षा का उद्देश्य जीवन बचाना, संपत्ति की हानि को कम करना, उत्पादन की निरंतरता बनाए रखना और लोगों के मनोबल को ऊंचा रखना है“सिविल डिफेंस” खतरों के खिलाफ नागरिक आबादी की रक्षा करने और शत्रुता या प्राकृतिक आपदाओं के तत्काल प्रभाव से उबरने और इसके अस्तित्व के लिए आवश्यक शर्तों को प्रदान करने के उद्देश्य से मानवीय कार्यों के प्रदर्शन को दर्शाता है। उन्होने सिविल डिफेंस टीम द्वारा दिये गये प्रशिक्षण को उपयोगी बताते हुए छात्र-छात्राओं व सभी के लिए काफी उपयोगी बताया। संस्था के छात्र छात्राओं ने इस प्रशिक्षण को पूरे मनोवेग से प्राप्त करके इसे जनज न के लिये उपयोगी बताया ।

Trending