झाबुआ – झाबुआ रतलाम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया और भाजपा प्रत्याशी श्रीमती अनिता नागरसिंह चौहान ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है दोनों ही पार्टी के प्रत्याशियों ने नामांकन रैली में शक्ति प्रदर्शन भी किया । वहीं यदि दोनों ही पार्टी यह चुनाव जीतना चाहती है तो उन्हें अपने कार्यकर्ताओं को तवज्जो देना होगी । तथा पार्टी के अंतिम कार्यकर्ता तक पहुंचना होगा । यदि हम बात करें भाजपा की तो वर्तमान में रतलाम झाबुआ संसदीय क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा सीट है चूंकि संसदीय क्षेत्र मे तीन जिलों को कवर करना है है इसलिए प्रत्याशी का हर मतदाता तक पहुंचना लगभग संभव नहीं होता है और कभी हर मतदाता तक पहुंचते भी हैं तो इन छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं के माध्यम से ही संपर्क किया जाता है। और यह छोटे-छोटे कार्यकर्तो प्रत्याशियों के प्रतिनिधि के रूप में भाजपा के लिए काम करते हैं और यह छोटे-छोटे कार्यकर्ता भाजपा के लिए घर-घर ,गांव-गांव , फलिया-फलिया जाकर वोट मांगते हैं तथा भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए मेहनत करते हैं । यह वही कार्यकर्ता है जो समय आने पर भाजपा के लिए झंडे भी लगाते हैं और दरी भी बिछाते हैं या कुर्सी भी लगाते हैं । लेकिन वर्तमान परिदृश्य में यदि हम देखे तो, इस क्षेत्र मे भाजपा की राजनीति कुछ चापलूसों के इर्द-गिर्द घूम रही है । यह चापलूसी करने वाले भाजपा को अपने हिसाब से चलाने का प्रयास कर रहे हैं और इसी कारण भाजपा अपने छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दे पा रही है । जो मूल रूप से भाजपा की जीत का आधार है । इन चापलूसों की सक्रियता से भाजपा का छोटा कार्यकर्ता कार्य करने में संकोच कर रहा है । वही भाजपा के लिए सक्रियता से काम भी नहीं कर पा रहा है और भाजपा के कार्यक्रमों में सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहा है जो भाजपा के लिए गहन चिंतन का विषय है । कुछ पुराने कार्यकर्तो ऐसे भी है जिन्होंने बिना किसी लालच के इस क्षेत्र मे पूर्व मे काग्रेस के शासनकाल मे भाजपा को स्थापित करने मे अहम भूमिका निभाई थी । लेकिन उन कार्यकर्ताओं को भाजपा भूल गई है । वही छोटे-छोटे कार्यकर्ता समय आने पर बूथ पर भी बैठते हैं भाजपा के लिए घर-घर जाकर प्रचार प्रसार भी करते हैं मतदान के लिए अपील भी करते हैं और आमजनों को भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए मानस भी बनाते हैं तथा भाजपा के विकास का खाका भी आमजन को समझाते हैं तो यह माना जा सकता है कि किसी भी चुनाव मे जीत का आधार कार्यकर्ता ही है । यदि इन्ही कार्यकर्ता को तवज्जो नही दी गई , तो भाजपा के लिए काम करने वाला कोई नहीं रहेगा । वही भाजपा को इन हवाबाज चापलूसों से बचना होगा और जमीनी कार्यकर्ताओं को तवज्जो देना होगी । वही छोटे कार्यकर्ताओं की अनदेखी , कहीं भाजपा के लिए घातक साबित ना हो , इस ओर ध्यान देना होगा । वहीं यदि समय रहते भाजपा इन छोटे-छोटे कार्यकर्ता को तवज्जो नहीं देती.हैं और काम करने के लिए प्रेरित नहीं करती हैं तथा चापलूसी करने वाले नेता अनुसार ही कार्य करती रही , तो भाजपा के लिए जीत , कही सपना न रह जाए ….।