सिंहस्थ के पूर्व जिले के धार्मिक स्थलों का हो जीर्णोद्धार – मनोहर पोरवाल
– मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप को पत्र लिखकर की मांग
रतलाम। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारी अब शुरू हो चुकी है। इसके चलते विधानसभा संयोजक मनोहर पोरवाल ने रतलाम जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों सहित अन्य स्थानों के विकास के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप को पत्र लिखकर प्रमुख सुझाव दिए है।
श्री पोरवाल ने पत्र में बताया कि सिंहस्थ के दौरान उज्जैन से लगे आसपास के जिलों में भी तीर्थ यात्रियों के लिए सुविधा मुहैया कराने के साथ वहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार किया जाना आवश्यक है। रतलाम में धराड़ के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर, सातरुंडा स्थित कंवलका माता मंदिर, बिलपांक स्थित विरुपाक्ष महादेव मंदिर, राजापुरा माताजी स्थित गढ़खंखाई माताजी मंदिर के जीर्णाेद्धार का आग्रह किया है। रतलाम जिला राजस्थान एवं गुजरात की सीमा से लगा होने से यहां ट्रेन एवं सड़क मार्ग से बड़ी संख्या में यात्रियों की आवाजाही की संभावना रहेगी। इन बातों को ध्यान में रखते हुए सड़क मार्ग से आने वाले यात्रियों के लिए नयागांव-लेबड हाईवे पर अंतरराष्ट्रीय बस स्टैंड एवं यात्री निवास का निर्माण किए जाने सहित सभी पेट्रोल पंपों पर अतिरिक्त सुलभ शौचालय की व्यवस्था का आग्रह भी किया है।