झाबुआ

पुलिस का दोहरा चेहरा,       मामूली अपराध करने वालों पर कार्यवाही,आत्महत्या प्रेरित करने वाले एक माह बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर

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झाबुआ —जिले में पुलिस का दोहरा चेहरा देखने को मिल रहा है , मामूली अपराध करने वालों को पुलिस तत्काल गिरफ्तार कर लेती है तथा अपनी स्वयं की पिठ थपथापाकर शाबाशी प्राप्त कर लेती है लेकिन गंभीर अपराध में नामजद् अपराधीयों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती है।जिले में अवैध शराब का बडा कारोबार है, पुरे जिले में अवैध शराब धड़ल्ले  से बिक रही है किन्तु पुलिस द्वारा बडे अपराधीयों से साठगांठ होने से कोई कार्यवाही नहीं होती है।


उक्त आरोप जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री गौरव सक्सेना ने झाबुआ पुलिस पर लगाया है, श्री सक्सेना ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि विगत दिवस शराब की दुकान पर मामूली बात पर पथराव करने वाले आदिवासी युवाओं को पुलिस ने दूसरे दिन ही गिरफ्त मे लेकर जुलुस निकाल दिया, एवं शाबासी प्राप्त कर ली, जबकि पुलिस द्वारा शराब की अवैध व्यापार करने वाले बडे ठेकेदारेां के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती है शराब की दुकानों से ही अवैध रूप से गाडीयों भर भर के दिन दाहडे जा रही है, पूरे जिले में अवैध शराब बिक रही है झाबुआ में दवाई की दुकान सुबह देर से खुलती है किन्तु शराब की दुकान सुबह से देर रात तक खुली रहती है क्योकि पुलिस उन पर मेहरबान है। झाबुआ पुलिस पर एक ओर अपराध में भी उंगली उठ रही है कि झाबुआ में एक युवा व्यापारी द्वारा आत्महत्या की गई उसमें उसके द्वारा स्वयं पुलिस को नामजद आवेदन दिया, जो उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की आखिर युवा व्यापारी को मौत को गले लगा कर आत्महत्या करना पडी मृतक द्वारा अपने मरने से पहले लिखे पत्र में भी आत्महत्या के प्रेरित करने वाले के नाम थे किन्तु पुलिस द्वारा अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई ना ही उन्हे गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है, जबकि आरोपी व्यापारी के परिवार वाले खुले आम घुम रहे है अपना व्यापार व्यवसाय कर रहे है। इतने समय बाद भी कोई कार्यवाही न होना संदेह उत्पन्न करता है पुलिस की इस तरह की दोगली कार्यवाही से आम जनता का पुलिस से विश्वास उठ रहा है। सक्सेना ने पुलिस अधीक्षक से मांग की गई है कि पुलिस अपना दोहरापन छोड कर सभी अपराधीयों के साथ बिना भेदभाव किये एवं शराब माफियाओं पर भी कडी कार्यवाही करें।।

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